कोरोना न्यूज़ अजमेर मधुकर कहिन Being Positive Being Healthy क़लमकार (guest-writer) बोलती तस्वीर अंदाजे बयां हेडलाइंस राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय राजस्थान स्टोरी (Story) विशेष नौकरी
December 22, 2020
अंदाजे बयां: ज़ेहनों के बीमार तसल्ली देते हैं, दिखलाके तलवार तसल्ली देते हैं। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
December 20, 2020
अंदाजे बयां: चारों तरफ़ तो आग लगी है, आतिशदान में राख पड़ी है। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
December 19, 2020
अंदाजे बयां: रूहानी इक दरिया हूँ, बहता हुआ कब दिखता हूँ। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
December 18, 2020
अंदाजे बयां: कुछ भी नहीं है मेरे बाहर,यही बहुत है ,मैं हूँ अपने जिस्म के अंदर ,यही बहुत है। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
December 17, 2020
अंदाजे बयां: बस इतनी सी इज़्ज़त रखना, अपनी दुआ में क़ुव्वत रखना।
December 16, 2020
अंदाजे बयां: हँसती झीलें रोता झरना याद आया, तुमसे बिछड़ कर जाने क्या क्या याद आया।
December 15, 2020
अंदाजे बयां: रहती सबके साथ परेशानी, फ़ितरत से बदजात परेशानी।
December 14, 2020
अंदाजे बयां: अपने आगे चिता सजाई मैंने भी, मिट्टी ओढ़ी और बिछाई मैने भी।
December 13, 2020
अंदाजे बयां: मैं रहा चुप तो हिचकियाँ बोलीं, रात भर उसकी चिट्ठियां बोलीं।
December 12, 2020
अंदाजे बयां: उसकी हर इक हँसी में बातें मेरी होती हैं, उसके हर आँसूं में आँखें मेरी होती हैं।
December 11, 2020
अंदाजे बयां: मैं जब अपनी थकानों से मिला हूँ, लगा यूँ आसमानों से मिला हूँ।
December 10, 2020
अंदाजे बयां: मोर जब चलने लगा पँजों से पहचाना गया, उस तरह ही मैं मेरे शेरों से पहचाना गया।