February 27, 2022

एक दिन युद्ध समाप्त हो जाएगा नेता हाथ मिलाएंगे
February 19, 2022

लंगड़ा कर चलो मगर आज़ादी से चलो
October 9, 2020

गांव पहुंचे शहर से तो सादगी अच्छी लगी
October 8, 2020

भले दुनिया से थोड़ा पीछे रहो
October 6, 2020

किसी को क्या मिला इसका किसी को हिसाब नहीं
August 30, 2020

बोलती तस्वीर.....
August 25, 2020

भीख मांगने से अच्छा है ,मेहनत करके खाना
August 22, 2020

kalamkar
August 17, 2020

हर बड़ा आदमी अपने से छोटे को दबाता है
August 4, 2020

अनाथ होना और अनाथ का जीवन यापन कैसा होता है ये चित्र प्रदर्शित करता है।
August 1, 2020

ये तश्वीर बहूत कुच बोलती है
July 30, 2020

जिस में जान है उसको कपड़े भी नसीब नहीं जो बेजान है उसकी शान देखो
July 27, 2020

जल है तो जीवन है जल है तो कल जीना मुमकिन
July 23, 2020

जर्जर न माॅझी, न रहबर न हक में हवाएं है
July 11, 2020
परिभाषित करती तस्वीर. इसे कहते है, विश्वास.
July 8, 2020

अगर इन्सानियत है तो लाइक करना ज़रूरी है
July 6, 2020

तुम्हें सिर्फ ठेला दिखता है सड़क पर हकीकत में वह अपना पूरा घर खींचता है
July 4, 2020

अपने अंदर खुशी ढूंढना आसान नहीं है इसे ढूंढना संभव नहीं है
July 2, 2020

गरीब का बच्चा है साहिब की कीमत खूब समझता है
June 27, 2020
खुद से नहीं हारा मै कभी यह दुनिया क्या खाक हराएगी मुझे।
June 26, 2020
जल है तो जीवन है
June 24, 2020
तेरे सीने में या मेरे सीने में होने से बेहतर है, आग चूल्हों में रहे!!
June 23, 2020
जो छत, दर-ओ-दीवार और मीनार बनाते हैं दर्दनाक है वो फावड़ो पे रोटी पकाते हैं.....
June 22, 2020
जख्म वही है जो छिपा दिए जाएं... जो बता दिया जाये, उसे तमाशा कहते हैं...
June 21, 2020

सब याद रक्खा जाएगा...
June 20, 2020

थोड़ा कम थका ऐ जिंदगी मजदूर हूँ, मजबूर नहीं...
June 19, 2020

इंसान तो घर-घर में पैदा होते हैं... बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है
June 16, 2020
हमने तुम्हारा शहर छोड दिया साहब, अब अमीरी किस को दिखाओगे
June 15, 2020

गठरी में है मेरी जिन्दगी लोग कहते हैं बड़े सपने देखा करो
June 14, 2020

मैं तो हर हाल मैं ख़ुश हूँ मौला लेक़िन, तेरे फ़रिश्ते मुझे देखेंगें तो क्या सोचेंगें....