राजस्थान न्यूज़: राजस्थान में राशन उपभोक्ताओं के लिए अब व्हाट्सएप मददगार साबित होगा. राशन की दुकान पर मदद के लिए अब एक बेहतर सुविधा प्रदान करते हुए एक व्हाट्सअप नंबर शुरू किया है.
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान सरकार की ओर से पिछले सप्ताह राज्य कर्मचारियों के लिए की गई सातवें वेतन आयोग की घोषणा को अब राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गई है. राज्यपाल कल्याण सिंह ने गुरुवार को सरकार की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है.
राजस्थान न्यूज़: किसानों के सम्पूर्ण कर्जमाफी पर राजस्थान सरकार ने गुरुवार को अपना रुख साफ कर दिया है. कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में कहा है कि कर्जमाफी पर फैसला हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट के बाद ही लिया जाएगा.
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान विधानसभा के नौवें सत्र के दौरान बुधवार को विपक्षी विधायक सदम धरने पर बैठे रहे और सरकार ने धरने के बीच राजस्थान विधानसभा सदस्य निरर्हता -निवारण विधेयक, 2017 को ध्वनिमत से पारित करा लिया.
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान का स्वायत्त शासन विभाग दीन दयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत प्रदेश के 10,000 युवाओं को रोजगार देगा. यह रोजगार ओला फ्री टेक्नोलॉजी (ओला टैक्सी) के माध्यम से दिलवाया जाएगा.
राजस्थान न्यूज़: मध्य प्रदेश और राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले केंद्र सरकार ने अफीम नीति में भारी बदलाव किया है. सरकार ने फैसला लिया है कि मॉर्फिन परसेंटेज के बजाए औसत के आधार पर ही नये पट्टे दिए जाएंगे.
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की अगुवाई में विपक्षी विधायकों का धरना तीसरे दिन भी जारी है. किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ करने और दंड विधियां संशोधन विधेयक 2017 को निरस्त करने की मांग को लेकर तीन दिन और दो रातों से विधायक सदन में ही डेरा डाले हुए हैं.
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी पर भ्रष्टाचार के साया किस कदर फैला हुआ है इसका अंदाजा बुधवार को गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया के बताए आंकड़ों लगाया जा सकता है.
राजस्थान न्यूज़: रेलवे रोजाना अपने 10 लाख यात्रियों को चूना लगा रहा है। रेलवे ट्रेनों के अंदर खानपान की वस्तुओं पर राउंड ऑफ फॉर्मूला लगा कर प्रति यात्री 5 रुपए तक अतिरिक्त वसूल रहा है
राजस्थान न्यूज़: राजस्थान विधानसभा के नौवें सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया. प्रश्नकाल के दौरान केवल एक ही सवाल पर चर्चा हो पाई.