कोरोना न्यूज़ अजमेर मधुकर कहिन Being Positive Being Healthy क़लमकार (guest-writer) बोलती तस्वीर अंदाजे बयां हेडलाइंस राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय राजस्थान स्टोरी (Story) विशेष नौकरी
March 13, 2021
अंदाजे बयां: तो क्या मज़हब पढ़ाते हैं परिन्दे, दुआ देना सिखाते हैं परिन्दे। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 12, 2021
अंदाजे बयां: ज़िक्र होठों पर हमारे ज़िन्दगी का है, हश्र तय लेकिन हमारी ख़ुदकुशी का है. ख़्वाब लेकर तुम समंदर के चले तो हो, रास्ता ये भी मगर सूखी नदी का है.
March 11, 2021
अंदाजे बयां: पलकों में उसने इस तरह सपना छिपा लिया, जैसे किसी ग़रीब ने दुखड़ा छिपा लिया. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 10, 2021
अंदाजे बयां: बाहुनर मुझको बनाकर मोतबर, काटा गया, मेरे ही ख़ंजर से आख़िर मेरा सर काटा गया.
March 9, 2021
अंदाजे बयां: इशारे हमको जो तेरी नज़र से मिलते हैं, हुकुम ये वो हैं जो तेरी ही दर से मिलते हैं. ( सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 6, 2021
अंदाजे बयां: मुद्दत से जो बंद पड़ा था, मैं उस घर को खोल रहा था. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 5, 2021
अंदाजे बयां: किसी को यह अहसास नहीं था, बदन में उनके हाथ नहीं था. ( सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 4, 2021
अंदाजे बयां: सायों को ऊँचाई देगा, कब तक पेड़ सफ़ाई देगा. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 3, 2021
अंदाजे बयां: पहले तो तू ही रुसवाई देता है, बाद में क्या बेवजह सफ़ाई देता है. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 2, 2021
अंदाजे बयां: जब जिसने तेरा अफ़साना सुना दिया, सज़दे में मैंने अपना सर झुका दिया. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 1, 2021
अंदाजे बयां: दूर तक ख़ामोशियों के संग बहा जाये कभी, बैठ कर तन्हाई में खुद को सुना जाए कभी. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
February 28, 2021
अंदाजे बयां: मौसम यही कहा करते हैं, शजर अमीर हुआ करते हैं. (सुरेन्द्र चतुर्वेदी.)