कोरोना न्यूज़ अजमेर मधुकर कहिन Being Positive Being Healthy क़लमकार (guest-writer) बोलती तस्वीर अंदाजे बयां हेडलाइंस राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय राजस्थान स्टोरी (Story) विशेष नौकरी
March 27, 2021
अंदाजे बयां: अंधेरों में उजाला पढ़ रहा हूँ, मुक़द्दर का ही लिक्खा पढ़ रहा हूँ। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 26, 2021
अंदाजे बयां: हमने नज़रें उठा के देखा था, उसने नज़रें झुका के देखा था। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 24, 2021
अंदाजे बयां: इश्क़ में उसकी चाहत छोड़ूँ, क्या कहते हो ज़न्नत छोड़ूँ। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 23, 2021
अंदाजे बयां: खिड़की पर्दे चुप बैठे थे, घर के कमरे चुप बैठे थे। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 22, 2021
अंदाजे बयां: जब अंदर का डर बोलेगा, क़ातिल से ख़ंजर बोलेगा। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 20, 2021
अंदाजे बयां: रूह के अंदर आग थी इतनी, प्यास समन्दर पी कर मानी (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 19, 2021
अंदाजे बयां: शाख पे पत्ता हरा ख़ुदकुशी कर ले जैसे, लब पर आकर दुआ ख़ुदकुशी कर ले जैसे। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 18, 2021
अंदाजे बयां: जान गया सच्चाई उसकी, झूठी है रुसवाई उसकी। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 17, 2021
अंदाजे बयां: वो भी क्या क्या कमाल करता है, दर्द की देखभाल करता है। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 16, 2021
अंदाजे बयां: साँसों की हवा दे के मुझे मार दीजिए, जीने की दुआ दे के मुझे मार दीजिए। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 15, 2021
अंदाजे बयां: तुझ पर मेरा नाम लिखा था, पढ़ कर मैं कितना रोया था (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)
March 14, 2021
अंदाजे बयां: नींद को बिस्तर दे सकता हूँ, ख़्वाब भी बेहतर दे सकता हूँ। (सुरेन्द्र चतुर्वेदी)