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March 17, 2021
वो भी क्या क्या कमाल करता है,
दर्द की देखभाल करता है।
जिसको मैं जिस्मो जां समझता हूँ,
वो मुझे इस्तेमाल करता है।
उसको उत्तर ज़ुबानी हैं सारे,
फिर भी कितने सवाल करता है।
मुझको जीने की वो दुआ देकर,
मेरा जीना मुहाल करता है।
वो है क़ातिल कभी नहीं लगता,
प्यार से जब हलाल करता है।
वक़्त की तरह है अदा उसकी,
मार कर कब मलाल करता है।
मौत रोती है मेरे होने पर,
वो मुझे तब बहाल करता है।
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
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