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November 21, 2025
अजमेर ert टीम के 22 कमांडो को पुष्कर के खबाद हाउस में दो आतंकवादियों के घुसने हैं और तीन इजरायली पर्यटकों को बंधक बनाने की सूचना मिली । जिस पर क्विक रिस्पांस देते हुए ert के जवान तुरंत पुष्कर पहुंचे और हालातो का जायजा लिया । इजरायली धर्मस्थल बेदखबाद को टीम ने चारों ओर से घेर लिया । एक के बाद एक कमांडो खबाद हाउस में प्रवेश कर गए । ओर आतंकवादियों को ढेर कर इजरायली पर्यटकों को सकुशल छुड़वा लिया । दरअसल यह पूरी कार्यवाही एक मॉकड्रिल थी । मॉकड्रिल के दौरान प्रभारी ताराचंद सांखला ने बताया कि दिल्ली में हुए आतंकवादी धमाके के बाद से देश की समस्त सुरक्षा एजेंसियां सतर्क है । इसी के चलते एडीजी दिनेश एमएन ओर आईजी विकास कुमार, एसपी राजकुमार के निर्देशन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया । इसके चलते उन्हें कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि पुष्कर के खबाद हाउस में दो आतंकवादी घुस गए हैं और इजरायली पर्यटकों को बंधक बना लिया है । जिस पर 22 कमांडो के दल ने त्वरित एक्शन करते हुए मॉकड्रिल को अंजाम दिया । वही पुष्कर थाना प्रभारी विक्रम सिंह राठौड़ ने बताया कि बेदखबाद की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए अजमेर से ert और ats के टीम ने मिलकर इस ड्रिल को अंजाम दिया है । उन्होंने कहा कि इस तरह की नौकरी के जरिए सुरक्षा व्यवस्थाओं में लगे कार्मिकों के बीच सामंजस्य और सहयोग बढ़ता है । जिससे सुरक्षा व्यवस्थाओं के मुकम्मल इंतजाम किए जा सकते हैं । गौरतलब है कि पुष्कर कस्बा सालों से आतंकवादियों के निशाने पर रहा है । तीर्थ नगरी पुष्कर में विश्व के एकमात्र चतुर्मुख ब्रह्मा का मंदिर है इसके साथ ही राजस्थान के एकमात्र इजरायली यहूदी समुदाय का धर्म स्थल बेतखबाद स्थित है। जिसके चलते कस्बा संवदेनशील इलाको में आता है । पूर्व में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने सन 2009 में दो दिन पुष्कर में रुक कर रेकी की थी। जिसका खुलासा मुम्बई हमले के बाद हुआ था । तब से ही जगत पिता ब्रह्मा मंदिर और इजरायली धर्म स्थल बेतखबात की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी । हाल ही में दिल्ली धमाके के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई जिसके चलते पूर्व में बेदखबाद की सुरक्षा को लेकर NSG ने विशेष सुरक्षा ड्रिल "लाइटनिंग स्ट्राइक" को अंजाम दिया था । जानकारी के लिए बता दे भारत में विभिन्न राज्यों के अंतर्गत 18 खबाद हाउस बीते 33 सालों से संचालित किए जा रहे हैं। जिनमें देशभर से आने वाले यहूदी धर्मावलंबियों को टोरा धर्म ग्रंथ के अध्ययन के साथ-साथ यहूदी धर्म से संबंधित उत्सव, रीति रिवाज आयोजित किए जाते हैं। इतना ही नहीं यहां यहूदी इजरायली नागरिकों की मदद के उद्देश्य से भी इनके स्थापना की जाती हैं । पुष्कर में औसतन हर साल तीन हजार इजरायली पर्यटक पुष्कर पहुंचते है ।
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