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December 29, 2025
उदयपुर में नशीली दवाइयों की अवैध सप्लाई का बड़ा खुलासा हुआ है। गोवर्धनविलास थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम से नशीली दवाइयों की भारी खेप जब्त की है। बिना अनुमति ग्रामीण इलाकों में इन दवाओं की सप्लाई की जा रही थी। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के जरिए संदिग्ध दवाइयां उदयपुर लाई गई हैं। सूचना के आधार पर कल देर रात बलीचा स्थित पुण्या ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के गोदाम पर दबिश दी गई। पुलिस को देखते ही वहां मौजूद एक युवक घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा, जिसे मौके पर ही पकड़ लिया गया। पुलिस ने औषधि नियंत्रण अधिकारी को मौके पर बुलाकर गोदाम की तलाशी ली। जांच में 29 कार्टन मिले, जिनमें कुल 3820 शीशियां कोडीन युक्त सिरप की पाई गईं। जांच में सामने आया कि यह खेप अहमदाबाद की विभिन्न फार्मा कंपनियों से पार्थ इंटरप्राइजेज और सिद्धार्थ फार्मेसी के नाम पर उदयपुर भेजी गई थी। औषधि नियंत्रण अधिकारी के अनुसार सिरप में मौजूद कोडिन फास्फेट ओपियम डेरिवेटिव है, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत नियंत्रित श्रेणी में आता है। आरोपी के पास केवल सामान्य खुदरा औषधि का लाइसेंस था और इस तरह की दवाओं की बिक्री की उसे अनुमति नहीं थी। पकड़े गए आरोपी की पहचान वल्लभनगर निवासी पुष्करराज डांगी के रूप में हुई है। वह पार्थ इंटरप्राइजेज का मालिक है। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह इन दवाइयों की सप्लाई ग्रामीण क्षेत्रों में कर रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की आगे की जांच कोटड़ा थानाधिकारी प्रभुलाल को सौंपी गई है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क और सप्लाई चेन की गहराई से जांच कर रही है।
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