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December 27, 2025
अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 814 वें उर्स के दौरान शनिवार को दरगाह के अहाता ए नूर में छठी की फातिहा हुई। इसके बाद महफिल खाना में कुल की महफिल हुई। दोपहर को दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती जन्नती दरवाजे से होते हुए आस्ताना शरीफ में पहुंचे और गुस्ल की रस्म अदा की उनके जन्नती दरवाजे में दाखिल होते ही जन्नती दरवाजा बंद कर दिया गया
और कुल की रस्म अदा करने के साथ ही सालाना उर्स का समापन भी हो गया। छठी ओर कुल की रस्म में शिरकत करने देश के अलग अलग राज्यों से अजमेर पहुंचे जायरीनों के लौटने का सिलसिला भी तेजी से शुरू हो गया। जिसके चलते शनिवार को अजमेर शहर के अंदरूनी इलाकों में यातायात व्यवस्था चरमरा गई। एक तरफ उर्स मेले के जायरिनों के लौटने का सिलसिला चल रहा था तो वही अजमेर में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में प्रदेश भर से हजारों अभ्यर्थी अजमेर आए हुए थे। सभी एक साथ दोपहर में निकलने लगे तो शहर के प्रमुख रास्ते वाहनों की रेलमपेल के बीच जाम से दो-चार होते दिखे।
हालांकि हर जगह पर यातायात विभाग के जवान मुस्तेदी से यातायात को कंट्रोल करते नजर आए लेकिन बावजूद इसके एक साथ चौपाइयां वाहनों की भीड़ के चलते हालात काबू करने में काफी वक्त लग गया।
वहीं स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। हालांकि एक दिन पहले ही यातायात विभाग ने रूट डायवर्ट की घोषणा करते हुए मीडिया माध्यमों से लोगों को आगाह कर दिया था कि इन रास्तों पर वाहन लेकर न जाए।
जायरिनों से भी अपील की गई थी कि यथा स्थान पार्किंग के अलावा कहीं भी अपने वाहन पार्क ना करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी लेकिन अजमेर शहर की सभी पार्किंग पूरी तरह से भर चुकी थी। ऐसे में ब्यावर रोड नसीराबाद रोड आदि इलाकों में सड़कों पर अपने वाहन खड़े करके जायरीन पब्लिक व्हीकल से दरगाह पहुंचे से और वहीं से लौटते दिखे।
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