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October 23, 2025
दीपोत्सव के दौरान भाई बहन के अटूट रिश्ते का पर्व भाई दूज अजमेर केंद्रीय कारागृह में भी मनाया गया,अजमेर सहित देशभर के अलग-अलग हिस्सों से आई बहनों ने जेल में बंद अपने भाइयों को तिलक लगा कलाई पर बांधा रक्षा सूत्र, जुर्म से तौबा करने का लिया संकल्प, जेल प्रशासन ने किये मुलाकात के बेहतर इंतजाम
अजमेर सेंट्रल जेल के बाहर भाई दूज के मौके पर सैकड़ो बहनों के चेहरों पर ख़ुशी ओर ग़म की मिलीजुली झलक दिखाई दी।
पांच दिवसीय दीपोत्सव के दौरान मनाई जाने वाली भैया दूज पर जेल में बंद भाईयो के माथे पर तिलक लगा कर कलाई पर कलाया बांध कर उनकी लंबी उम्र और नेकी के रास्ते पर चलने की दुआएं जेल पहुंची सैकड़ो बहनो के चेहरे ओर ज़ुबान पर थी। जेल प्रशासन हर वर्ष रक्षाबंधन ओर भाई दूज के मौके पर बहनो को कैदी भाईयो के साथ त्यौहार मनाने के बेहतर इंतजाम करता है।
जिसके चलते गुरुवार को भैया दूज के दौरान अजमेर सेंट्रल जेल के बाहर अजमेर सहित देश के अलग अलग हिस्सों से आई बहनों की लंबी लाइन लगी थी। बहनों के चेहरों पर इस मुलाकात की ख़ुशी ग़म दोनों नज़र आ रहा था। कुछ बहने तो अपने भाई की रिहाई के लिए आंसू बहाती दिखी तो कुछ बहने अपने भाई का टीका कर मुह मीठा करा कर खुश नज़र आई।
जेल अधीक्षक आर अंतेश्वर ने बताया कि सभी प्रदेश और शहर वासियों को दीपावली पर्व की अनंत शुभकामनाएं, किसी न किसी जुर्म में अजमेर की सेंट्रल जेल में बंद कैदी भाइयों को रक्षाबंधन ओर भाई दूज पर्व मनाने और उनकी बहनों से मुलाकात कराने के लिए जेल मैनुअल के अनुसार सुरक्षा के साथ विशेष इंतेजामात किए जाते हैं। जेल प्रशासन की ओर से भी कैदियों के लिए मिठाई का बंदोबस्त किया गया है। सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए किसी भी तरह का उपहार लेने और देने पर पाबंदी लगाई गई है।
वहीं जेल में बंद अपने कैदी भाइयों को मिलने पहुंची बहनों ने नम आंखों के साथ बताया कि ईश्वर से यही प्रार्थना की है कि अगली पर्व वह अपने भाई के साथ अपने घर पर ही मनाएं जेल में नहीं, गुस्से और आक्रोश में उठाया गया एक कदम आज उन्हें जेल की सलाखों के पीछे ले आया है। ऐसे में उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा। लेकिन पर्व का अपना महत्व है इसलिए वह दूरदराज से अपने भाइयों का टीका करने आई है और उनसे भविष्य में कोई भी अपराध नहीं करने का संकल्प लिया है।
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