Post Views 211
May 27, 2024
(मन्दिर का पूर्व पुजारी) जो मन्दिर परिसर में ही निवास कर रहा है के विरूद्ध कार्यवाही कर तथा दान राशि जो दान पेंटियों में थी उसके सन्दर्भ में कार्यवाही करने हेतुः
निवेदन है कि मैं ब्रह्मर्षि लक्ष्मणदास काली माता का मन्दिर, आसन टेकरी, पुराना शहर, किशनगढ़ का पुजारी हुँ तथा मैं करिबन 5 वर्षों से मन्दिर की सेवा-पूजा कर रहा हूँ। विषयान्तर्गत लोग मन्दिर के अन्दर जो दान-पात्र की पेटियों रखी हुई है उन्हे उठा कर ले जाते है तथा कहाँ ले जाते है ये नहीं बताते है व कुछ समय बाद अथवा अगले दिन दान-पात्र की पेटियों को पुनः मन्दिर में रख दिया जाता है लेकिन दान-पात्र की राशि को ये कहाँ रखते है विचारणीय बिन्दू है। महोदय, करिबन 2 वर्षों से उनको यह विश्वास हो गया है कि में इनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुये हूँ तो इन्होने मुझे हैरान व परेशान करना प्रारम्भ कर दिया। मैं करिबन 25 वर्षों से अन्न ग्रहण नही कर रहा हूँ तथा भक्तजन भगवान के जो फलं चढ़ाते है उसे ही प्रसाद के रूप में ग्रहण करता हूँ, ये लोग मन्दिर मे रखे फल भी ले जाने लगे जिस कारण मुझे कई-कई बार भूखा रहना पड़ता है
© Copyright Horizonhind 2024. All rights reserved