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August 9, 2022
तीर्थ नगरी पुष्कर में राज्य सरकार की मंशा के अनुसार भूमिगत विद्युत केबल लाइन डाल तो दी गई है पर इसके बाद लगातार हो रहे हादसों पर लगाम लगती नजर नहीं आ रही है। हालात तो इतने बिगड़ गए हैं की जिला कलेक्टर अंशदीप ने विद्युत डीपी के नीचे लगे जिस अतिक्रमण को देखकर विद्युत विभाग के अधिकारियों को अतिक्रमी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिये थे। हफ्तों बीत जाने के बावजूद ना तो एफआईआर दर्ज हुई ऒर ना ही अतिक्रमण हटा। मंगलवार सुबह पुष्कर कस्बे के वराह घाट चौक में लगी विधुत विभाग की इसी डीपी में अचानक आग लग गई। जिसकी सूचना क्षेत्रवासियों ने विभाग के कर्मचारियों को दी। सूचना पर आग बुझाने पहुंचे विद्युत विभाग के कर्मचारीयो के पास कोई आग बुझाने के उपकरण नहीं होने के कारण काफी मशक्कत करनी पड़ी। आसपास की होटलों से फायर स्ट्रिंगविशर मांग कर आग पर काबू पाया जा सका । क्षेत्रवासियों ने इस मामले को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि जब मौके पर जिला कलेक्टर अंशदीप ने महीनों पहले इस समस्या को भांपते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दे दिए थे तो आखिर विद्युत विभाग के अधिकारीओ ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आई हो । जिला कलेक्टर द्वारा 2 दौरों के दौरान दिए गए निर्देश ओर हिदायतों के बावजूद विभाग के अधिकारी इन खामियों को दूर नहीं कर पा रहे हैं। पुष्कर के मुख्य बाजार में डाली गई विद्युत लाइन से बारिश के दौरान जगह जगह करंट आने की घटनाएं सामने आ चुकी है । इतना ही नहीं 50 से अधिक गोवंश भूमिगत विद्युत लाइन की चपेट में आने से अपने प्राण गवा चुके हैं । यही नहीं राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पुष्कर को पोल लेस बनाकर मॉडल के रूप में प्रदेश के सामने रखा जाना था, कस्बे की जमीनी हकीकत पर अगर नजर दौड़ाई जाए तो सड़क किनारे लगे विद्युत पोल आज भी राज्य सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं, बावजूद इसके विद्युत विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
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