For News (24x7) : 9829070307
RNI NO : RAJBIL/2013/50688
Visitors - 115075864
Horizon Hind facebook Horizon Hind Twitter Horizon Hind Youtube Horizon Hind Instagram Horizon Hind Linkedin
Breaking News
Ajmer Breaking News: प्रधानमंत्री मोदी की चादर लेकर अजमेर पहुँचे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू; जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया आत्मीय स्वागत |  Ajmer Breaking News: मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत का मंत्र: मज़बूत बूथ, सक्रिय कार्यकर्ता और विजयी पुष्कर |  Ajmer Breaking News: अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलैह के 814 वें सालाना उर्स में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की तरफ से चादर पेश कर दी गई। |  Ajmer Breaking News: मनरेगा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम को कमजोर करने, महात्मा गांधी जी के नाम को हटाने तथा रोजगार के कानूनी अधिकार को समाप्त करने को लेकर कांग्रेस का धरना प्रदर्शन |  Ajmer Breaking News: वकीलों द्वारा PWD के अधिशासी अभियंता से मारपीट का मामला, जिला कलेक्ट्रेट के बाहर PWD के इंजीनियरिंग एसोसिएशन का प्रदर्शन |  Ajmer Breaking News: ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में बॉलीवुड की चादर पेश, बॉलीवुड और टीवी कलाकारों ने बड़ी अकीदत के साथ ख्वाजा के आस्ताने में पेश की चादर, मांगी कामयाबी की दुआ |  Ajmer Breaking News: आयुर्वेदिक क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का हुआ समापन |  Ajmer Breaking News: मुख्यमंत्री ने लखपति दीदीयों से विडियों कॉन्फ्रेस के माध्यम से किया संवाद, लखपति दीदीयों को किए टेबलेट वितरित |  Ajmer Breaking News: रावत समाज की एकता, प्रतिभा और संस्कारों का सशक्त मंच बना पुष्कर |  Ajmer Breaking News: विश्व ध्यान दिवस पर अजमेर में ध्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किया शुभारंभ,जल संसाधन मंत्री रावत ने कहा— ध्यान से स्वस्थ, संतुलित और सकारात्मक समाज का निर्माण संभव | 

अंदाजे बयां: उसकी गली में जाना मेरा, वो ही शौक़ पुराना मेरा।

Post Views 241

April 19, 2021

कुछ दिन रह कर चले गए तो, लौट आया वीराना मेरा।

उसकी गली में जाना मेरा,
वो ही शौक़ पुराना मेरा।
कुछ दिन रह कर चले गए तो,
लौट आया वीराना मेरा।
जिसके लिए आते हैं पँछी,
वही है आबोदाना मेरा।
हवा की उंगली है दाँतों में,
देख रही जल जाना मेरा।
जब जब पेड़ कटे जंगल के,
बदला किया ठिकाना मेरा।
भर के सब्र ये सोच रहा हूँ,
छलके न पैमाना मेरा।
पृथ्वीराज नहीं चूकेगा,
अबकी बार निशाना मेरा।
        सुरेन्द्र चतुर्वेदी


© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved