Post Views 1241
March 10, 2021
अजमेर की जनता अब देखना चाहती है मेयर ब्रजलता हाड़ा को लेडी सिंघम के रूप में
आनासागर की नम आँखों में है ध्रत राष्ट्रों से बचाए जाने की द्रोपदी वाली पुकार_
रेणु जयपाल और वीणा प्रधान की तरह क्या ब्रजलता बन पाएंगी लेडी सिंघम
हाड़ी रानी का हारावल दस्ता कब होगा सक्रिय पूछना चाहता है सम्राट पृथ्वीराज का अजमेर_
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
अजमेर में सरकारी ज़मीनों पर अवैध रूप से क़ब्ज़े किये जाने का कारोबार फिर से शुरू हो गया है।फिर से भूमाफियाओं के गिरोह सक्रिय हो गए हैं। फिर से पुरानी कहानियाँ, कार्यवाहियाँ और सरकारी हौंसले ज़मींदोज़ होने लगे हैं। जो अतिक्रमण कल सख़्ती के बाद हटा दिए गए थे वे फिर से किए जाने लगे हैं।नगर निगम प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है।हाडा रानी का हारावल दस्ता अभी तक इस तरफ़ देखने मे क़ामयाब होता नज़र नहीं आ रहा।
नगर निगम की पूर्व आयुक्त लेडी सिंघम चिन्मयी गोपाल द्वारा गौरवपथ स्थित देवनारायण मंदिर के पास आनासागर की ज़द में भूमाफियाओं द्वारा किये क़ब्ज़े की कोशिशें नाकाम कर दी गईं थी। दो बार बनाई गई बाउंड्रीवाल को ध्वस्त कर ज़मीन दिखा कर अतिक्रमियों के हौसले पस्त कर दिए थे।
आपको याद होगा कि अतिक्रमियों ने आनासागर में मिट्टी डालकर बार -बार चारदीवारी बनाकर कब्जे की कोशिश की गयी थी।।यहाँ तक कि इस कृत्रिम भूमि पर मूर्ति रखकर साम्प्रदायिक रंग देते हुए भी कब्जे की कोशिशें की गईं थीं। तब लेडी सिंघम का राज था। उन्होंने इस बीमारी का परमानेंट इलाज़ करने के लिए अपने मातहत अधिकारियों से चर्चा भी की थी और ये निर्णय भी लिया था कि भूमाफिया और निगम कार्मिकों की मिलीभगत से भरी गई इस मिट्टी को ही निकलवा दिया जाना चाहिए। परंतु उस समय वे अकेले लड़ाई लड़ रही थीं। ये सबको पता है। वो इस कार्यवाही को अंजाम दे पातीं उससे पहले दुर्भाग्य से उनका स्थानांतरण हो गया।
अभी मैंने कुछ दिन पहले भी अपने ब्लॉग के माध्यम से ज़िला प्रशासन का इस ओर ध्यान आकर्षित किया था परंतु ऐसा लगता है कि निगम प्रशासन आयुक्त परम आदरणीय श्रीमान खुशाल यादव साहब के दिमाग़, कान, आंख सहित सब अंग बंद हो रखे हैं ।
अब ये तो तय हो चुका है कि लेडी सिंघम के बिना ये स्मार्ट शहर कभी स्मार्ट नही हो सकता। भूमाफियाओं पर यदि कोई लगाम कस सकता है तो वो कोई ईमानदार और बहादुर महिला ही कस सकती है।
अजमेर विकास प्राधिकरण में आयुक्त लेडी सिंघम रेणु जयपाल ने अपने क्षेत्राधिकार में कार्मिकों की मिलीभगत से चल रहे कई अवैद्य निर्माणों पर अंकुश लगा दिया है। प्राधिकरण की भूमियों को चिह्नित करने का काम और भूमाफियाओं के क़ब्ज़े से अपनी ज़मीन मुक्त करवाकर फिर से अपने क़ब्ज़े में लेने का काम उनके ख़ुद की व्यक्तिगत निगरानी में चल रहा है।
संभागीय आयुक्त श्रीमती वीणा प्रधान को भी जैसे ही किसी विभाग में चल रही गतिविधियों की जानकारी मिलती है वो भी तत्परता से संबंधित विभागीय अधिकारियों पर लगाम कस के उसपर अंकुश लगा ही देती हैं।
अब अजमेर की जनता बहुत आशाभरी निगाहों से नवनिर्वाचित मेयर ब्रजलता हाड़ा की कार्यशैली को देख रही है। जनता को कोई परेशानी ना हो इस सोच के साथ उन्होंने जिस तत्परता से निगम के विभागों का दौरा कर अधिकारियों को निर्देशित किया था और जिस प्रकार वार्डो के सघन दौरे किये थे ,उससे अजमेर की जनता को उनसे बहुत अपेक्षा है। मुझे उम्मीद ही नही विश्वास है कि ब्रजलता हाड़ा लेडी सिंघम बनकर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगी।
यदि हाडा रानी मेयर महोदया मौका निरीक्षण कर लें तो ये स्वतः ही समझ में आ जायेगा कि आनासागर का मूल स्वरूप बिगाड़कर क़ब्ज़े की नीयत से ही तत्कालीन कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मिलीभगत से मिट्टी डालकर क़ब्ज़ा किया गया है। उनके कई अपने ख़ास माने जाने वाले लोग भाजपाई नेताओं के दम पर आना सागर को जीमने का मानस बनाए बैठे हैं।कभी ज़रूरत पड़ी तो उन चेहरों का ख़ुलासा भी करूँगा,मगर फ़िलहाल मेयर महोदया मेरी बात माने तो उन्हें एक बार मौके पर ज़रूर जाना चाहिए। इस मौका निरीक्षण से उन्हें पूरी कहानी समझ में आ जायेगी।
मेयर ब्रजलता हाड़ा अभी नई नई मेयर बनी हैं मगर उनके पति राजनीति में नए नहीं। वे शहर के हालातों और उनके ज़िम्मेदारों को भली भांति समझते हैं। ऐसे में यदि वे सही ग़लत का , सही समय पर फ़ैसला नहीं ले पाए तो आनासागर के साथ अनर्थ हो जाएगा।
निगम कार्मिक तो आपको जानकारी नहीं देंगे परंतु मैं आपको बताना चाहता हूँ कि गौरवपथ पर ज़ी माल के पास और देवनारायण जी के मंदिर के पास फिर से फेंसिंग खींच कर चार दीवारी बना दी गई है।ये वही चार दीवारी है जिसे पहले पक्की बना कर लोहे का दरवाज़ा लगा दिया गया था। निगम के जागरूक अधिकारियों ने बड़ी बहादुरी से उस दीवार को ध्वस्त कर भूमि को अधिग्रहित कर लिया था।ताज़्जुब है कि फिर से अतिक्रमणकारियों ने निगम को ठेंगा दिखा कर इस कृत्रिम जमीन को अपने क़ब्ज़े में ले लिया है।फेंसिंग कर लोहे का बड़ा गेट लगा दिया गया है।
अब ये ज़मीन फिर नम आंखों से हाड़ा रानी की तरफ़ देख रही है। देखना होगा कि रानी साहिबा को उस पर रहम आता है या .....
इलायची बाई....की ही जयजयकार होगी
#1591
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved