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September 10, 2020
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के
वाइस चांसलर आरपी सिंह और उनके दलाल रणजीत सहित महिपाल को
आज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने एसीबी कोर्ट में पेश किया।
जहां से महिपाल जाट और वीसी आर पी सिंह को 24 सितंबर तक जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया। वही दलाल रंजीत को एसीबी ने 5 दिन के रिमांड पर लिया है। एसीबी के जांच अधिकारी पारसमल पवार ने बताया कि इस मामले में कुल 9 आरोपी नामजद है जिनमें से तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन तीनों को आज अदालत में पेश किया गया अभी तक जांच में जो निष्कर्ष निकल कर आया है उसके मुताबिक सभी लोग मिलकर घूस का एक सिंडिकेट चला रहे थे। जिसमें एग्जाम पैनल बनवाने कॉलेज की मान्यता दिलाने सहित अन्य मामलों को लेकर बड़ी घूस ली जाती थी और उसे बांट लिया जाता था। जांच अधिकारी के मुताबिक रंजीत के चार अलग-अलग बैंकों में खाते मिले जिनमें ₹490000 की राशि थी जिसे फ्रीज किया गया है। वही वाइस चांसलर आरपी सिंह के तीन अन्य बैंक खातों में लगभग 19लाख80000 रुपए थे जिन्हें भी सीज किया गया है। जांच में यह भी सामने आया कि हाल ही में भीलवाड़ा से एसके बंसल परिवादी द्वारा भी रिपोर्ट दी गई है जिसमें एग्जांम पैनल और कॉलेज की मान्यता के संबंध में पैसों की मांग की गई थी। जांच के दौरान सभी आरोपियों के मोबाइल सर्विलांस रखे गए। इस दौरान कई अहम जानकारियां भी निकलकर सामने आई हैं। बहराल घूस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ गहन अनुसंधान किया जा रहा है।
वही आरोपियों के वकील अजय त्रिपाठी ने बताया उनके मुवक्किलो को झूठा फंसाया गया है। जबकि उनके खिलाफ कोई भी साक्ष्य नहीं मिल रहे हैं।
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