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September 7, 2020
अलग फीडबैक बैठक करके कांग्रेस से जुड़े नेताओं व कार्यकर्ताओं का मन टटाेलेंगे। वह इसी दिन जयपुर संभाग के हर जिले के नेताओं से बात करेंगे। माकन इन बैठकों के जरिए संगठन काे कैसे मजबूत बनाया जाए। गहलोत सरकार की याेजनाओं काे धरातल पर और मजबूती से कैसे ला जाएं।
इन सब मुद्दों पर विचार करेंगे। साथ ही माकन कांग्रेसियों से इस बात पर भी बात करेंगे कि राज्य सरकार जनहित में और क्या - क्या काम कर सकती है ताकि कांग्रेस कार्यकर्ता का ग्राउंड पर मान - सम्मान बढ़े। गाैरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन के बाद माकन के कार्यक्रम काे टाल दिया गया था।
हर जिले में इन 50 से करेंगे बात
माकन अपने दाैरे में प्रत्येक जिले से 50 या इससे अधिक लाेगाें के साथ फीडबैक बैठक करेंगे। इन 50 में विधायक, पूर्व विधायक, विधायक प्रत्याशी, संगठन पदाधिकारी, अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी, सांसद प्रत्याशी व प्रमुख कांग्रेसी नेता शामिल रहेंगे। इनसे बात करके माकन प्रदेश कांग्रेस और सरकार के लिए बेहतर वर्किंग माॅडल का एक प्लान तैयार करेंगे।
इस प्लान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं काे और बेहतर सम्मान, कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेशभर में कांग्रेस की छवि काे अच्छा और मजबूत बनाने सहित बिंदुओं पर काम हाेगा। साथ ही पार्टी में किस तरह से गुटबाजी काे खत्म किया जाए ये मुद्दे भी रहेंगे। इन सब फीडबैक बैठकों का ब्योरा भी कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचाया जाएगा। माकन से मिलने के लिए संबंधित नेताओं काे सूचना भेज दी गई है। जयपुर संभाग के बाद अजमेर संभाग के नेताओं से माकन सीधा संवाद करेंगे।
सितंबर-अक्टूबर में हो सकता है संगठन का विस्तार सितंबर के आखिर या अक्टूबर के पहले सप्ताह में कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन किया जा सकता है। इसके साथ ही संगठन के 39 जिलों में नए सिरे से जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जा सकती है।
इसको लेकर भी पार्टी के भीतर एक्सरसाइज चल रही है। हालांकि इस पर अंतिम रूप केंद्रीय नेतृत्व की ओर से दिया जाएगा, लेकिन गहलोत और पायलट गुट की यह कोशिश रहेगी कि संगठन में अपने ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल कराया जाए।
ऐसे में कांग्रेस संगठन के बीच संतुलन बनाना केंद्रीय नेतृत्व के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी। संगठन में शामिल होने के लिए पार्टी के नेताओं ने अभी से ही जयपुर से लेकर दिल्ली तक की दौड़ शुरू कर दी है और अपने पक्ष में लाॅबिंग कर रहे है।
जन घोषणा पत्र के वादे, मंत्रियों के रिपाेर्ट कार्ड भी होंगे क्राॅस वेरिफाई
माकन ने कांग्रेस के जन घाेषणा पत्र के वादे और मंत्रियाें की वर्किंग परफाेर्मेंस पर रिपाेर्ट ली थी। इसमें मंत्रियाें ने जन घाेषणा पत्र के 70 प्रतिशत वादे पूरी करने के दावे किए थे। ऐसे में माकन मंत्रियाें की रिपोर्ट और कांग्रेसी नेताओं से क्राॅसवेरिफाई भी करेंगे कि किस हद तक वर्किंग हुई। किस किस लेवल पर कमियां या अच्छा काम हुआ। कमियां रहने पर कांग्रेसियों ने क्या किया।
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