क़लमकार: दीपावली रोशनी का पर्व है और यह संदेश देता है कि न केवल हमारा जीवन बल्कि सभी का जीवन आलोकित बना रहे, परिवेश में उजाला बना रहे और कहीं भी अँधेरे का नामोनिशान न रहे
क़लमकार: कहा नहीं जा सकता कि विगत लोकसभा चुनावों में श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया नारा- ‘अच्छे दिन आएंगे’ से उनका क्या आशय था किंतु जैसे दिन आए हैं उनका कड़वा अनुभव मुझे अच्छी तरह हो रहा है। एक बैंक शाखा में हमारा पारिवारिक लॉकर है
क़लमकार: ‘‘सती, सावित्री, सीता और अनुसुइया भारतीय नारियों का गौरव हैं, जिनसे प्रेरणा लेकर भारतीय नारियां हजारों वर्षों से एक सहज-सुलभ जीवन-पथ का अनुसरण करती आई हैं, इन पौराणिक नारी चरित्रों पर आघात करके देश की नारियों को दिग्भ्रमित करने का कुत्सित प्रयास भारतीय नारियों को स्वीकार्य नहीं है
क़लमकार: सुप्रसिद्ध विचारक डॉ. राकेश सिन्हा ने कहा है कि ममता बनर्जी मुहम्मद अली जिन्ना के रास्ते पर चल पड़ी हैं ! इसलिए ममता बनर्जी पर बात करने से पहले हमें यह जानने का प्रयास करना चाहिए कि जिन्ना का रास्ता क्या था
क़लमकार: अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारियां लंबे वक़्त से चल रही हैं, पर इसी बीच यह शहर क्या बन गया है पता ही नहीं चल रहा.मेरी समझ से पिछले लगभग एक वर्ष से जिस प्रकार यह शहर खोदा जा रहा है इसे स्मार्ट सिटी की जगह मोहनजोदाड़ो बनाने की तैयारियां अंदर ही अंदर चल रही हैं
क़लमकार: गलती अनजाने में होती है। ट्वीट बहुत सोच समझकर किया जाता है। रीट्वीट तो और भी अधिक सोच-समझ कर किया जाता है। गलती नौसीखिए से होती है, दिग्विजयसिंह जैसे पके-पकाए, मंजे हुए नेता गलती नहीं करते.
क़लमकार: साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था समानांतर की ओर से आयोजित होने वाले राष्ट्रीय मुशायरा 9 जून को शाम 7:00 बजे सूचना केंद्र में आयोजित किया जा रहा है। एक शाम गजल के नाम से मुन्नाकिद इस मुशायरे में भाग लेने के लिए राष्ट्रीय स्तर के शाइर अजमेर पहुंच रहे हैं।......