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June 21, 2017
जयपुर । प्रकृति एवं पर्यावरण के बढ़ते असंतुलन के कारण आज प्रत्येक मनुष्य अनेक व्याधियों से ग्रसित होता जा रहा है। योग को दिनचर्या का अभिन्न अंग बना लें तो हमें इनसे छुटकारा मिल सकता है। योग न केवल मस्तिष्क का तनाव दूर करता है, अपितु आलस्य और अनिद्रा को भी दूर करता है।पुलिस महानिदेशक मनोज भट््ट बुधवार को पुलिस मुख्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने बताया कि योग हमारी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर हमारे अन्दर ताजगी पैदा करता है तथा प्राकृतिक परिवर्तनोें से शरीर में होने वाले बदलावों को सहन करने में सहायक होता है। भट्ट ने कहा कि योग प्राचीन भारतीय परम्परा एवं संस्कृति की अमूल्य देन है। योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि स्वयं के साथ, विश्व और प्रकृति के साथ एकत्व खोजने का एक भाव है। उन्होंने योग को आध्यात्मिक अनुशासन एवं अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान बताते हुए कहा कि योग मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। यह स्वस्थ जीवन जीने की कला है। प्रत्येक इंसान को प्रत्येक दिन को ही योग दिवस बनाना होगा। तभी हम हमारे शारीरिक असंतुलन को संतुलित कर सकते हैं। अति. महानिदेशक वायरलेस सुनील मेहरोत्रा, पुलिस, कानून एवं व्यवस्था एन.आर.के. रेड्डी के साथ पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लेकर योग एवं प्राणायाम की विभिन्न विधाओं को बड़े पैमाने पर आत्मसात किया। मेहरोत्रा ने योग का संकल्प लेते हुए कहा कि मैं आज यह संकल्प लेता हूं कि मैं अपनी सोच में योग के प्रति हमेशा अपना संतुलन बनाये रखूंगा। उन्होंने कहा कि ऎसी ही मनःस्थिति मेरे उच्चतम आत्म विकास की असीम संभावनाएं प्रदान करती है। मैं अपने कत्र्तव्य निर्वाह के प्रति कुटुम्ब और कार्य के प्रति तथा समाज व समूचे विश्व में शांति, स्वास्थ्य और सौहाद्र्र के प्रसार के लिये कृत संकल्प हूूं। रेड्डी ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि केवल एक दिन योग को करने से शरीर में एक स्फूर्ति सी महसूस हुई है। उन्होंने बताया कि योग ने यह अहसास भी कराया कि योग आलस्य और अनिद्रा को दूर करने का एक सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने सबको आश्वस्त करते हुए कहा कि अब वे नौकरी के साथ-साथ योग को भी जीवन की एक ड्यूटी बनायेंगे।योगाचार्य डॉ. शिवरतन मीणा एवं उनके सहयोगी पुलिसकर्मी द्वारा आयुष विभाग के प्रोटोकोल के अनुसार योग की विभिन्न क्रियाओं का प्रदर्शन कर समझाई कि मनुष्य और प्रकृति के मध्य सामंजस्य स्थापित करना ही योग है। योग अवसाद, थकान, चिंता संबंधी विकार और तनाव को कम कर समृद्ध और परिपूर्ण जीवन की उन्नति का मार्ग है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, यातायात पुलिस मुख्यालय एस. परिमाला, पुलिस अधीक्षक, सीआईडी (सीबी) किशन सहाय एवं अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।रिजर्व पुलिस लाईन में पुलिसकर्मियों ने किया योगाभ्यापुलिस कमिश्नरेट द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पुलिस लाईन में महिला एवं पुरूष जवानों ने योगाभ्यास किया। पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) गौरव श्रीवास्तव ने बताया कि योगाभ्यास को बढ़ावा देने के लिए पुलिसकर्मियों को योगाभ्यास करवाकर मानसिक तनाव दूर करने का प्रयास किया गया है। पिछले एक वर्ष से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पुलिसकर्मियों में विषम परिस्थितियों में कार्य करने को लेकर शारीरिक एवं मानसिक तनाव को दूर करने में योगाभ्यास की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त उत्तर श्री सत्येन्द्र सिंह एवं पुलिस उपायुक्त मेट्रो श्री रणधीर सिंह सहित पुलिस अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। योग प्रशिक्षकों को पुलिस उपायुक्त मुख्यालय गौरव श्रीवास्तव ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
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