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June 19, 2017
जयपुर- आमजन के कल्याणार्थ बनी जनकल्याणकारी योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार तथा प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन डूंगरपुर ने सहकारी समितियों को भी इन जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का अभिनव प्रयोग किया है। इससे निचले स्तर तक इन योजनाओं की जानकारी पहुंच सकेंगी और हर पात्र व्यक्ति इन योजनाओं से लाभान्वित हो सकेगा। जिला कलक्टर राजेन्द्र भट्ट ने इस ओर पहल करते हुए जिले की समस्त सहकारी समितियों की बैठक आयोजित की। उन्होंने सहकारी समितियों के समस्त पदाधिकारियों एवं कार्मिकों से कहा कि सरकार की योजनाओं का उद्देश्य गरीब व्यक्तियों का उत्थान कर उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ना है। सहकारी समितियां इस उद्देश्य में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं क्योंकि उनका जुड़ाव गांव के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक होता है। जिला प्रशासन ने समस्त सहकारी समितियों से अनुरोध किया कि गरीब व्यक्तियों के कल्याणार्थ बनाई गई योजनाओं यथा श्रमिक हिताधिकारी योजना, पेंशन योजना, दिव्यांग योजना, आवास योजना, महिला एवं बालिकाओं के उत्थान की योजना, कृषकों के हितों की योजनाओं की जानकारी उनके पास आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को दें जिससे की अधिकाधिक संख्या में पात्र व्यक्ति उन योजनाओं से लाभान्वित हो सकें। विशेष योग्यजन चिन्हिकरण में दे सहयोग प्रशासन ने जिले में शुरू हुए पण्डित दीनदयाल विशेष योग्यजन शिविरों की भी जानकारी देते हुए बताया कि दिव्यांगों के कल्याणार्थ यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है और इसमें प्रत्येक व्यक्ति नैतिक दायित्व निभाते हुए अपने सम्पर्क में आने वाले हर व्यक्ति को इसकी जानकारी दे जिससे हर दिव्यांग इस अभियान से लाभान्वित हो सके। सहकारी समितियों के अधिकारियों-कर्मचरियों को पंडित दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्य जन शिविर में निशक्तजनों का चिन्हिकरण में सहयोग देने का भी अनुरोध किया जिससे कोई भी पात्र वंचित न रहने पाएं। जनकल्याणकारी अभियानों में भी सक्रियता का आह्वान जिला प्रशासन ने समस्त सहकारी समितियों के पदाधिकारियों से अपील की कि वे जनकल्याणकारी अभियानों में व्यापक सक्रियता निभाने के साथ ही जिले को स्वच्छता मिशन के तहत खुले में शौचमुक्त करने तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में सहभागिता एवं सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जल प्रत्येक व्यक्ति के लिए नितांत आवश्यक है चाहे वो किसी भी वर्ग से हो ऎसे में जल संरक्षण में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सहभागिता निभाते हुए स्वैच्छा से तन-मन-धन से सहयोग देना चाहिए। इस बात को स्वीकारते हुए जिले की समस्त को-ऑपरेटिव सोसायटियों (लेम्पस्), केन्द्रीय सहकारी बैंक, उप रजिस्ट्रार समिति, क्रय-विक्रय सहकारी समिति ने स्वच्छता अभियान एवं मुख्यमंत्री जल स्ववालम्बन अभियान में सहयोग की तत्काल पहल की है। सहयोग के लिए बढ़े हाथ को-ऑपरेटिव सोसायटियों ने जन कल्याणकारी योजनाओं में पूर्ण सहयोग की पहल की और मौके पर ही सहयोग के लिए हाथ बढ़ाये। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में आर्थिक सहयोग के रुप में भूपेन्द्र पण्ड्या मुख्य व्यवस्थापक क्रय विक्रय सहकारी समिति ने समिति की ओर से इक्यावन हजार रुपये सहयोग राशि प्रदान की। इस पहल का स्वागत करते हुए सीसीबी प्रबन्ध निदेशक, उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियों एवं जिले के लेम्पस् व्यवस्थापकों ने भी स्वैच्छिक रूप से अपने एक दिन का वेतन सहयोगतार्थ देने की घोषणा की। लेम्पस् व्यवस्थापक यूनियन के अध्यक्ष नाहर सिंह ने जिले के लेम्पस् की ओर से ओडीएफ के तहत प्रत्येक लेम्पस् के कार्यक्षेत्र के एक गांव में खुले में शौचमुक्त करने के बारे में व्यापक प्रचार प्रसार कर जागरूकता लाने और वातावरण निर्मित कर इस नवाचार में पूर्ण सहभागिता की सहमति प्रदान की। जनकल्याणकारी योजनाओं की दी जानकारी विभागाध्यक्षों ने सहकारी समितियों के पदाधिकारियों एवं कार्मिकाें को मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान, खुले में शौच से मुक्त स्वच्छ भारत मिशन, श्रमिक हिताधिकारी योजना, पण्डित दीनदयाल विशेष योग्यजन शिविर आदि योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। इसमें योजनाओं का उद्देश्य, लाभ एवं पात्रता के बारे में भी बताया गया । मुख्यंमत्री जल स्वावलम्बन अभियान में स्वैच्छिक सहयोग के लिए रखे गये दान पात्र में भी बैठक में उपस्थित सभी सहकार कर्मियों ने स्वेच्छानुरूप आर्थिक सहयोग देकर इस मिशन में अपनी सहभागिता प्रकट की।
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