Post Views 1171
June 18, 2017
अजमेर (सिटी रिपोर्ट) – सरकार की ओर से अजमेर शहर के विद्युत वितरण व्यवस्था को निजी हाथों मैं सौंपने का मानस बनाते हुए करोड़ों रुपए के इस व्यवसाय को टाटा पावर के हाथ में देने का फैसला कर लिया हो लेकिन अभी भी बिजली के निजीकरण और फ्रेंचाईजी व्यवस्था के खिलाफ विद्युत निगम के कर्मचारियों का आक्रोश बरकरार है आज श्रमिक संघ की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान संघ के सदस्यों ने सरकार और निगम के एमडी पर Tata कंपनी का एजेंट होने के तौर पर काम करने का सीधा आरोप लगा दिया संघ के नेता धर्म पारवानी और विनीत जैन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से निगम के एमडी मईया राम विश्नोई टाटा पावर को मुनाफा पहुंचाने की मुद्रा में है उसे साफ दिखाई दे रहा है कि सरकार निगम के माध्यम से अजमेर की भोली भाली जनता को लूटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती पत्रकारों से वार्ता करते हुए धरमू पारवानी और विनीत जैन ने बताया कि बहाली निगम ने जानबूझकर 22 करोड़ का रेवन्यू टाटा पावर के हाथों दे दिया है जो सीधे तौर पर निगम का नुकसान है वहीं दूसरी ओर टाटा पावर को फायदा पहुंचाने के लिए सारे नियम कायदे भी ताक में रख दिए गए हैं निजी कंपनी ने निगम के उन कर्मचारियों को फुटबॉल की तरह इधर से उधर फेंकना शुरु कर दिया है जिन लोगों ने जनता को परेशान करने के लिए किए जा रहे इन कामों के अंदर हाथ बढ़ाने से इनकार किया है सरकार और डिस्कॉम प्रबंधन के खिलाफ अपनी जंग को जारी रखने का एलान करते हुए कर्मचारी नेताओं ने कहा कि निजी करण के नाम पर निगम की संपत्ति को निजी हाथों में सौंपने और फिर उसे खुर्द-बुर्द करने की अधिकारियों की यह सोची समझी साजिश है जिसका खामियाजा आगे आने वाले दिनों में अजमेर की जनता को उठाना पड़ेगा कर्मचारी नेताओं ने फ्रेंचाइजी के खिलाफ अजमेर डिस्कॉम में आने वाले समस्त 12 जिलों के विद्युत कर्मियों को 21 जून को अजमेर आने का निमंत्रण दिया है और इस दौरान एमडी कार्यालय के घेराव का ऐलान किया है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved