Post Views 751
June 18, 2017
सिटी रिपोर्टर- फादर्स डे पूरे देश में खूब धूमधाम से मनाया जाता है. कोई इसे घर पर तो कोई सिनेमा या डिनर ऑर्गेनाइज करके मनाता है. ऐसा माना जाता है कि 16 वीं सदी से पिता शब्द अस्तित्व में आया था. पिता को अपने प्रेम का अहसास दिलाने का ये सबसे अहम दिन हर किसी कि लिए विशेष होता है. कभी-कभी समय निकालकर पिता के साथ बैठना, उनकी बातें, उनकी सोच-अनुभव, बीता हुआ जीवन, उनसे जुड़ी घटनाओं को बताते हुए उनकी आंखें चमक उठती हैं. इनकी ये बातें आपका भी मन को खुश कर देती हैं. इस दिन से जुड़ी कई मजेदार बातें हैं, क्या आप इन बातों के बारे में जानते हैं. नहीं, आइए हम आपको बताते हैं.
फादर्स डे पिताओं के सम्मान में मनाया जाने वाला पर्व हैं जिसमें फादरहुड और समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है. अनेक देशों में इसे जून के तीसरे रविवार, तथा बाकी देशों में अन्य दिन मनाया जाता है.फादर्स डे की शुरुआत बीसवीं सदी की शुरूआत में हुई थी. इसे शुरू करने का उद्देश्य परवरिश का सम्मान करना था. इसे मातृ-दिवस का पूरक उत्सव कहा जाए तो गलत नहीं होगा.फादर्स डे के मौके पर बच्चे उन्हें उपहार देते हैं, पिता के लिये स्पेशल डिनर और पारिवारिक गतिविधियों का आयोजन करते हैं.क्या आप जानते हैं कि फादर्स डे सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट में 5 जुलाई 1908 को मनाया गया था. इसके बाद से इसे हर साल मनाया जाने लगा. पहली फादर्स चर्च आज भी सेन्ट्रल यूनाइटेड मेथोडिस्ट चर्च के नाम से फेयरमोंट में मौजूद है.
6 दिसम्बर 1907 को पश्चिम वर्जीनिया में एक दुर्घटना में मारे गए 210 पिताओं के सम्मान में फादर्स डे का आयोजन ग्रेस गोल्डन क्लेटन नामक महिला ने किया था. इस फादर्स डे पर अपने पिता के लिए कुछ नया करने का प्लान बनाएं. चुपके से उनके सभी दोस्तों को घर पर लंच या डिनर के लिए बुला लें. अब जब आपके फादर ऑफिस से घर लौंटे, तो उन्हें फादर्स डे विश करके हैरान कर दें.निया के सबसे बुजुर्ग पिता का खिताब भारत के एक किसान को दिया गया है, जिसका नाम नानू राम जोगी है. 90 साल के जोगी 2007 में अपने 21वें बच्चे के पिता बने थे. कुछ देशों में फादर्स डे पर अपने पिता को टाई देने का रिवाज भी है.
|| फादर्स डे ||
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved