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June 16, 2017
अजमेर । राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रान्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औकार सिंह लखावत ने पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर में कहा कि भारत में निर्मित सामग्री उपयोग करने से भारत विश्व अर्थव्यवस्था एवं बाजार की दिशा तय करेगा। लखावत ने शिविर में बालिकाओं के मार्गदर्शन के लिए आयोजित विशेष सत्रा में कहा कि भारत में निर्मित सामग्री का उपयोग करने से देश सुदृढ़ होगा। अर्थव्यवस्था मंे मजबूती आएगी और बेरोजगारी खत्म होगी। भारत की अर्थव्यवस्था में वह ताकत है कि वह विश्व की अर्थव्यवस्था और बाजार की दिशा तय कर सके। इसका आरम्भ हम सबके द्वारा भारत निर्मित सामग्री का उपयोग करने से होगा। उपस्थित बालिकाओं ने भारत में निर्मित सामग्री उपयोग करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि इस शिविर के माध्यम से बालिकाएं स्वावलम्बी बनने की दिशा में बढ़ेगी। बालिकाओं द्वारा भविष्य में स्वरोजगार आरम्भ किया जाएगा। इनके द्वारा उत्पादित सामग्री हम सबके द्वारा खरीदने से इन्हें कमाई होगी। इसी प्रकार भारत के किसी अन्य उत्पादक द्वारा बनायी गई सामग्री का उपयोग करने से भारतीय कम्पनी एवं नागरिक की आय में वृद्धि होगी। दोनो उत्पादकों की आय देश में ही रहने से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को कौशलयुक्त करने से उनमें स्वाभिमान पैदा होगा। महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती भदेल ने बालिकाओं को हुनरमंद बनाकर इन्हें अपने पैरो पर खड़ा कर रही है। केन्द्र सरकार ने कौशल प्रशिक्षण के लिए अलग से विभाग बनाया है। पहले से चली आ रही शिक्षा पद्धति से अध्ययन के पश्चात विद्यार्थी बेरोजगारों की श्रेणी में आ जाता था। कौशल विकास से उसे तुरन्त रोजगार प्राप्त हो जाता है। कौशल शिविर के द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण को व्यवहार में लाना आवश्यक है। वर्तमान समय में बड़े-बड़े दिग्गज व्यापारिक घरानों ने माॅल में आलू और प्याज बेचकर यह सिद्ध किया है कि कोई काम छोटा नहीं होता है।
राजकीय जनाना अस्पताल की डाॅ. दीपाली जैन ने बालिकाओं को किशोर अवस्था में होने वाले शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तन के बारे में जानकारी दी। बालिकाओं को इस उम्र में होने वाले परिवर्तनों के प्रति जागरूक होकर अपनी मां के साथ संवाद करना चाहिए। विशेष दिनों में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। बालिका को खानेपीने की आदतों में भी सुधार लाना चाहिए। रक्त की कमी होने की स्थिति में आॅयरन की गोली स्थानीय आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा चिकित्सालय से निःशुल्क प्राप्त की जा सकती है।
मित्तल हाॅस्पीटल की डाइटिशियन संगीता सक्सेना ने बालिकाओं को पोषण के विषय में जानकारी प्रदान की। उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण में बताया कि भोजन अच्छा या बुरा नहीं होता है। डाइट अच्छी या बुरी हो सकती है। भोजन करते समय चुनाव करने के स्थान पर विविध प्रकार के खाद्य उपयोग में लेने चाहिए। नियमित तौर पर प्रातकाल 45 मिनट एवं शाम को भोजन के पश्चात 15 मिनट का भ्रमण कई बीमारियों से दूर कर सकता है। भोजन विभिन्न घटको से युक्त संतुलित होना चाहिए।
शिविर के प्रभारी एवं पूर्व विधायक हरीश झामनानी ने बताया कि शनिवार को बालिकाओं को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्राी कालीचरण सर्राफ, सहकारिता मंत्राी अजय सिंह किलक, महिला अधिकारिता विभाग जयपुर की सहायक निदेशक विनिता शर्मा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश गौरा का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
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