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June 15, 2017
भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आजाद पार्क में सैकड़ों किसान महापड़ाव के लिए एकत्र हुए। यह महापड़ाव शनिवार तक जारी रहेगा। किसानों ने गुरुवार को सायं आजाद पार्क से एक विशाल रैली का आयोजन किया। यह रैली आजाद पार्क से कलेक्ट्रेट होते हुए संभागीय आयुक्त कार्यालय पहुंची। जहां किसानों ने संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा को अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा।
गुरुवार को धरना स्थल पर किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। इसमें मुख्य रूप से किसानों के आर्थिक उत्थान हेतु कृषि नीतियों में बदलाव करने, सभी फसलों का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य घोषित कर खाद्यान्न भंडारण की आवश्यकतानुसार सरकारी खरीद करने, मूंग, सरसो के समर्थन मूल्य घोषित करने, लहसून ,धनिया और प्याज उत्पादक किसानों को इसका उचित मूल्य प्रदान करने की मांगों पर बातचीत की गई। इसके अलावा सिंचाई परियोजना, विद्युत, फसल बीमा, सड़क व परिवहन, राजस्व मामले, मंडी में इलेक्ट्रोनिक कांटे लगाकर उनपर तुलाई करवाने साथ ही मंडी में प्रवेश होते ही जिंसों का बीमा करवाने, सभी प्रकार की कृषि अनुदान कंपनियों के स्थान पर सीधे किसानों को लाभ देने, देशी नस्ल का सीमन सभी पशु चिकित्सालयों के रखने के साथ ही पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक जीएम सरसो सीड के व्यावसायिक उत्पादन की अनुमति किसी भी हालत में नहीं दिए जाने, मनरेगा योजना के केटेगिरी 4 में किसानों के हितों में भूमि सुधार, सिंचाई के साधन, संग्रहण व बागवानी के कार्यो को शामिल किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर किसानों का यह महापड़ाव शुरू हुआ। धरना स्थल पर किसान नेता महेन्द्र सिंह मंडोवरी, रामेश्वर प्रसाद शर्मा, रघुवीर सिंह शेखावत, रामप्रसाद कुमावत, सत्यनारायण, बाबूसिंह रावत, दशरथ सिंह राठौड़ आदि ने संबोधित किया।
उम्मीद के मुताबिक नहीं जुटे किसान :
महापड़ाव को लेकर आम चर्चा व प्रशासनिक रिपोर्ट के आधार पर महापड़ाव में लगभग ढाई से तीन हजार किसानों के एकत्र होने की उम्मीद थी। महापड़ाव को लेकर एक दिन पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों ने धरना स्थल आजाद पार्क का जायजा भी लिया, लेकिन गुरुवार से शुरू हुए महापड़ाव में लगभग पांच सौ किसान ही जुट पाए।
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