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June 15, 2017
रिपोर्ट-कर्मचारियों के विभिन्न मांगों के प्रति वसुंधरा सरकार की उदासीन रवैया के खिलाफ पिछले लगभग डेढ़ वर्षों से आंदोलन कर रहे अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की अजमेर जिला इकाई के आव्हान पर कर्मचारियों ने आज से दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का ऐलान करते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की मां संघ के जिला अध्यक्ष बद्री प्रसाद शर्मा की अगुवाई में संघ की कार्यकारिणी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा अतिरिक्त कलक्टर किशोर कुमार के कक्ष में ज्ञापन सौंपने गए महासंघ के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी बाजू मांगों को लेकर गंभीर नहीं है और ना ही किसी तरह का कोई कदम उठा रही है जिसे कर्मचारियों को हो रही परेशानी कम हो सके संगठन के अध्यक्ष शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार को अनेकों बार चेतावनी देने के बावजूद उनकी मांगों के समर्थन में कोई कार्यवाही नहीं होने से उन्हें दो दिवसीय कार्य बहिष्कार का निर्णय करना पड़ा और जिसके चलते 14 और 15 जून को कार्य बहिष्कार के लिए तैयार हुए कर्मचारियों ने अपने कार्यालयों पर लगे ताले भी नहीं खोले और सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए कर्मचारियों ने सरकार पर मनमर्जी करने सातवावेतनआयोग नहीं देने और उसके बावजूद सरकार की जल स्वावलंबन योजना के लिए कर्मचारियों की खून पसीने की कमाई का एक-एक दिन का वेतन काटने का निर्णय लिया जो सरासर गलत है इसे कर्मचारी कभी बर्दाश्त नहीं करेगा संघ के जिला अध्यक्ष शर्मा ने बताया की जरूरत पड़ने पर महासंघ के सदस्यों और पदाधिकारियों ने विभीषिका की स्थिति में एक दिन ही नहीं बल्कि एक एक माह के वेतन को सरकार के कल्याण कोष में जमा करवाया है लेकिन अब सरकार कर्मचारियों के वेतन वृद्धि करने के बजाए सांसद और विधायकों के पत्तों में लाखों रुपए की वृद्धि कर कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रही है और प्रदेश की जनता को धोखे में रख रही है ऐसी स्थिति में इस सरकार के खिलाफ आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है जिसे देखते हुए कर्मचारियों का आंदोलन फिलहाल सांकेतिक स्तर पर किया गया है और जल्द ही अगर सरकार मांगे नहीं मानती तो अनिश्चितकालीन आंदोलन भी शुरू कर दिया जाएगा।
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