Post Views 841
June 1, 2017
भारतीय जनता पार्टी जून के दूसरे हफ्ते में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैसे औपचारिक रूप से अपनी पार्टी के भीतर बातचीत की है। पिछले हफ्ते बताया जा रहा है कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कम से कम चार बड़े केंद्रीय मंत्रियों के साथ इस पर बात की। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु के नाम पर चर्चा हुई। भाजपा उनको राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती है।
वे ओड़िशा की रहने वाली हैं और पिछले करीब 20 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। वे ओड़िशा में विधायक और मंत्री रही हैं। उनको ओड़िशा रिपोर्ट -विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक भी चुना गया था। वे भाजपा के आदिवासी मोर्चे जुड़ी रही थीं। उनके पिता स्वर्गीय विरंची नारायण टुडु भी सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहे हैं। राजनीति में आने के बाद मुर्मु जिला स्तर से लेकर प्रदेश तक कई अहम पदों पर रहीं।
अगर वे राष्ट्रपति बनती हैं तो देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। भाजपा के जानकार नेताओं का कहना है कि उनके नाम पर आम सहमति बन सकती है। शायद ही कोई पार्टी उनकी उम्मीदवारी का विरोध करेगी। अगर भाजपा किसी आदिवासी को राष्ट्रपति बनाने की पहल करती है तो उसका विरोध पार्टियों के लिए आत्मघाती हो सकता है। इसका दूसरा पहलू यह है कि आदिवासी आबादी वाले राज्यों के विधायक और पार्टियां अपने आप उनका समर्थन करेंगी।
ओड़िशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल या झारखंड की मुख्य विपक्षी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा या पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को उनका समर्थन करने की मजबूरी होगी। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस के विधायक में फूट पड़ सकती है। इसलिए पार्टियां आम सहमति बनाने के लिए मजबूर होंगी। वैसे भी मुर्मु का रिकार्ड कट्टरपंथी हिंदुत्व वाले नेता की नहीं रही है। ध्यान रहे अगर भाजपा किसी कट्टरपंथी हिंदुत्व के चेहरे को राष्ट्रपति के तौर पर उतारती है तो विपक्ष एकजुट होकर साझा उम्मीदवार देगा।
बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर चौंकाने वाले फैसले करते हैं। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि द्रौपदी मुर्मु राष्ट्रपति की उम्मीदवार तय हो गई हैं। हो सकता है कि ऐन मौके पर कोई दूसरा चौंकाने वाला नाम सामने आए। लेकिन शुरुआत चर्चा में सबसे प्रमुखता से उनका नाम चल रहा है। अगर प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह कोई कट्टर हिंदुत्ववादी चेहरा उतारते हैं तब भी उसकी जीत में कोई संशय नहीं है।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved