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November 20, 2025
उदयपुर। शहर के देबारी से काया तक बने 24 किलोमीटर लंबे बाईपास पर सर्विस रोड नहीं होने के विरोध में ग्रामीणों ने आज आंदोलन शुरू कर दिया। बाईपास के बीच आने वाले दर्जनों गांवों के लोगों का कहना है कि हाईवे पर चढ़ने और उतरने के लिए सिर्फ दो जगह ही सर्विस रोड दी गई है। इससे ग्रामीणों को कई किलोमीटर फालतू चक्कर लगाना पड़ रहा है। आज मेवाड़ किसान संघर्ष समिति ने रानीजी की बावड़ी पारा खेत क्षेत्र में पूजा-अर्चना कर आंदोलन की औपचारिक शुरुआत की। समिति के संयोजक विष्णु पटेल ने बताया कि जब नेशनल हाईवे का निर्माण हुआ था, तब अधिकारियों ने सर्विस रोड बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन हाईवे चालू होने के बाद भी अब तक सर्विस रोड का निर्माण नहीं किया गया। पटेल ने कहा कि आंदोलन की अगली कड़ी में ग्रामीण जिला कलेक्टर और नेशनल हाईवे अथॉरिटी के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन करेंगे और ज्ञापन सौंपेंगे। कानपुर के पूर्व उप सरपंच मदनलाल डांगी ने कहा कि सर्विस रोड बनने से 3.4 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर खत्म होगा और प्रतापनगर चौराहे का यातायात भी आसानी से गुजर सकेगा। चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा से हिरणमगरी आने वाले लोगों को भी प्रतापनगर जाम से राहत मिलेगी। संघर्ष समिति के सह-संयोजक प्रेमचंद पटेल, मनवाखेड़ा उपसरपंच शंभूलाल डांगी, कलडवास के सोहनलाल गमेती, उमरड़ा के पूर्व सरपंच भेरूलाल मीणा, पाराखेत के चुन्नीलाल खटीक, खरबड़िया के तोलिराम डांगी सहित कई ग्रामीणों ने संबोधित किया। देबारी-काया हाईवे से सटे दो दर्जन से अधिक गांव, जिनमें कलड़वास, मनवाखेड़ा, उमरड़ा, कानपुर खेड़ा, आंबुआ, गींगला, लकड़वास, झामर कोटड़ा जैसे बड़े गांव शामिल हैं, बिना सर्विस रोड के गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
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