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October 13, 2025
उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा का विवादित बयान फिर चर्चा में आ गया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा- औरंगजेब कैसे कुशल प्रशासक हो सकता है। उसने छत्रपति शिवाजी के बेटे संभाजी के शरीर के टुकड़े किए, मंदिर तोड़े। बागड़े ने कहा- जीवन में अच्छा बोलना चाहिए और सोच समझकर अपने शब्द मुंह से निकालने चाहिए। बागड़े ने कहा - ये पिछले दिनों उदयपुर की घटना है। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा ने बयान दिया था कि औरंगजेब का मैनेजमेंट अच्छा था। ऐसे में लोगों ने उन पर कई सवाल उठाए थे और बोले कि बताओ कैसे अच्छा था। राज्यपाल ने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी के हाथ तोड़े, जीभ काटी, शरीर के एक-एक टुकड़े किए, वो उनका मैनजेमेंट था। कैसे उन्होंने राजस्थान में एक परिपत्र निकालकर मंदिर तोड़े। तो ये कैसे अच्छा मैनेजमेंट हो सकता है। लोगों को पसंद आए वैसा बोलेंगे तो जीवन भी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि अपने शब्द और वाणी का ध्यान रखें। शब्द अपनी संपत्ति है, कुछ भी बोलते हैं तो यह ध्यान रखें कि अपना शब्द फिजूल नहीं जाए। अपना जीवन अच्छा करना है तो अच्छी आदत जीवन में अपनाएं।
इससे पहले राज्यपाल ने कहा- अपनी कंपनी और व्यवहार के अकाउंट को अच्छी तरह से रखना है ये महत्वपूर्ण है। कौटिल्य का अर्थशास्त्र जरूर पढ़े। उसमें बहुत सारी व्यवस्थाएं दे रखी है। कौटिल्य ने दूसरा दीपक जलाया, क्योंकि पहले दीपक में तेल था जो राष्ट्रीय खजाने से भरा गया था और वह कुछ सरकारी काम कर रहे थे, इसलिए उन्होंने उस दीपक का इस्तेमाल किया। उन्होंने दूसरा दीपक इसलिए जलाया क्योंकि उनका अपना निजी काम था।
आपको बता दें कि गत 12 सितंबर को सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा ने कहा था कि ऐतिहासिक दृष्टिकोण से हम महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान और अकबर जैसे कई राजा-महाराजाओं के बारे में सुनते हैं। इनमें कुछ औरंगजेब जैसे कुशल प्रशासक भी थे। इस बयान के बाद छात्रों ने हंगामा कर धरना-प्रदर्शन किया था। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद प्रो. सुनीता मिश्रा ने माफी मांगी थी।
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