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April 29, 2025
भैरव धाम राजगढ़ पर चढाया 15,551 फिट का साफा
सेनजी महाराज, तेजाजी महाराज, बाबा भैरव को पहनाया अद्भुत साफा
भैरव धाम राजगढ़ में चल रहे दो दिवसीय संत शिरोमणि सेन जी महाराज की जयंती महोत्सव समापन के पावन अवसर पर एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज के सान्निध्य में व विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी व सासंद भागीरथ चौधरी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि यह आयोजन श्रद्धा, सेवा और समाज की एकता का जीवंत प्रतीक है। इस आयोजन ने क्षेत्र ही नहीं, बल्कि दूर-दराज से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं के हृदयों में गहरी आस्था और श्रद्धा का संचार किया। महोत्सव का मुख्य आकर्षण नाहरपुरा ग्रामवासियो की ओर से राजगढ़ स्थित भैरव मंदिर तक 15,551 फीट लंबा भव्य साफा चढाया गया, जो विशेष रूप से बाबा भैरव, सेन जी महाराज और वीर तेजाजी को समर्पित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ चम्पालाल महाराज, महेश शर्मा संभागीय आयुक्त अजमेर व ठाकुर विजय सिंह गौड द्वारा नाहरपुरा स्थित तेजाजी मंदिर पर विधीवत पूजा अर्चना कर विशाल साफा जुलूस व कलश यात्रा को हरी झण्ड़ी दिखाकार रवाना किया। कलश यात्रा व जुलुस ने लगभग चार किलोमीटर की दूरी तय की। मुख्य मंदिर पर बाबा भैरव को तत्पश्चात् वीर तेजाजी महाराज को चम्पालाल महाराज, वासुदेव देवनानी के सान्निध्य व ठाकुर प्रेम सिंह गौड, ठाकुर विजय सिंह गौड, हरि माली, पांचु माली, रामदेव माली की मौजुदगी में साफा पहनाकर झण्डा चढ़ाया गया। इसके पश्चात् रेगरान मौहल्ला स्थित शिव मंदिर भी साफा पहनाकर झण्डा चढ़ाया गया। भैरव भक्तों और श्रद्धालुओं के लिए गौरव का क्षण तब आया जब भैरव धाम, राजगढ़ में ऐतिहासिक 15,551 फीट लंबा साफा चढ़ाया गया। मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की मौजूदगी में अतिथियो ने 15,551 फिट लम्बे साफे के विश्व स्तरीय भव्य आयोजन को गिनीज बुक मे दर्ज करवाने की मांग करी। यह अद्वितीय आयोजन ना केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक विरासत और भक्ति भाव की भी अनूठी मिसाल प्रस्तुत की। इस विशाल साफे को सैकड़ों श्रद्धालुओं की सहभागिता के साथ सजाया गया, जिसमें पारंपरिक वस्त्र, रंग-बिरंगे ध्वज, ढोल-नगाड़ों और भजन कीर्तन के साथ आयोजन संपन्न हुआ। साफे को चढ़ाने की यह प्रक्रिया पूरे सदर बाजार, रेगरान मौहल्ला, तेजा चौक राजगढ होती हुई उत्सव का रूप लेकर निकली, जिसमें हर वर्ग, आयु और समुदाय के लोग शामिल हुए। इस आयोजन का उद्देश्य भैरव बाबा की कृपा प्राप्त करना, समाज में सद्भावना फैलाना और स्थानीय संस्कृति को एक नई पहचान देना था। विशाल साफा जुलूस के माध्यम से श्रद्धालुओं ने अपनी आस्था और एकता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया, साथ ही 1500 महिलाओं द्वारा निकाली गई भव्य कलश यात्रा ने आयोजन में चार चाँद लगा दिए। इस अवसर पर चमत्कारी चिमटी का विशेष वितरण भी किया गया, जिसे प्राप्त कर श्रद्धालुओं ने अपने जीवन में मंगल और कल्याण की कामना की। साथ ही, श्रद्धालुओं ने भैरव धाम स्थित मनोकामनापूर्ण स्तंभ की श्रद्धापूर्वक परिक्रमा कर गुरुदेव चंपालाल जी महाराज बाबा भैरव व मां कालिका से अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना की। आयोजन के सफल संचालन में स्थानीय ग्रामवासियों, भैरव भक्त मंडल तथा देश के कई स्वयंसेवी संगठनों का विशेष सहयोग रहा।
चम्पालाल महाराज ने रामदेव गौशाला को 51,000/- रूपये भेट किये
समापन समारोह के दौरान राजगढ़ धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी व जोया परिवार राजगढ़ की मौजूदगी में अपने पिता की स्मृति मे रामदेव गौशाला तबीजी को 51,000 रूपये का चैक भेंट किया।
उक्त आयोजन को शांतिपूर्वक सफल बनाने के लिए नाहरपुरा ग्रामवासी उपसरपंच कालु सिंह, हेम सिंह महाराज, गोपाल सिंह, चन्दु सिंह, हेम सिंह, केसर सिंह, नारायण सिंह, पूर्व सरपंच रामदेव सिंह, श्रवण सिंह, बारहपुरा अध्यक्ष हीरा सिंह, रामेश्वर सिंह, खेम सिंह, छोटू सिंह, मोड सिंह, गेन सिंह फौजी, गंगाराम आदि ने अपना अभूतपूर्व योगदान दिया।
प्रसिद्ध भजन गायिक ज्योति सेनी ने बाबा भैरव व मां कालिका के मधुर भजन गाकर माहौल भक्तिमय बना दिया और भजन सुनकर उपस्थित श्रद्धालुओं का जनसमूह नाचने पर मजबूर हो गया। जुलुस में पंजाब से आए शेर-ए-पंजाब फौजी पाईप बैण्ड ने अपनी विशेष प्रस्तुतियाँ प्रस्तुत की।
समारोह में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, केन्द्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, सम्भागीय आयुक्त महेश शर्मा, नसीराबाद वृत्ताधिकारी जरनैल सिंह, उपखण्ड अधिकारी नसीराबाद देवीलाल यादव, नसीराबाद तहसीलदार ममता यादव, अखिल भारतीय माली समाज के अध्यक्ष सत्यनारायण भाटी, प्रदेश अध्यक्ष माली समाज ताराचन्द गहलोत, सिद्धेश्वर गौशाला के मगनीराम, रूपचन्द माराठीया आदि ने शिरकत की। इस कार्यक्रम के दौरान कैलाश सेन, ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, कैलाश सेन, महावीर प्रसाद, विष्णुलाल, अशोककुमार, श्यामलाल, ताराचंद, रतनलाल, राकेश, राजेश, ओमप्रकाश, कालूराम, धर्मेंद्र, जितेंद्र, सुरेंद्र, गोविंदराम, अविनाश, मनोज ,सुनील, मुकेश, राहुल, कपिल, यश, मिलन, भव्य, वेदांश, विशाल, राजकुमार, मनीष, शुभम, दीपक, सत्यनारायण आदि मौजूद रहे।
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