Post Views 71
April 29, 2025
पुष्कर में आमतौर पर अक्षय तृतीया के सावे को अबूझ सावा माना जाता है ।विशेष तौर पर राजस्थान के ग्रामीण अंचल में आखा तीज के अवसर पर थोक में शादी विवाह होते है लेकिन इस बार शास्त्रों के अनुसार आखा तीज के दिन शादी विवाह के लिये शुभ नही माना जा रहा ।
लाल किताब से ज्योतिषी कला में निपुण और पुष्कर की उभरती ज्योतिषी भाविका राजगुरु ने इस बारे में खुलासा करते हुए बताया कि इस बार आखा तीज पर शुक्र और गुरु दोनों ही ग्रह अस्त हो रहे हैं। शुक्र ग्रह को विवाह, सुख, प्रेम और सौंदर्य का कारक ग्रह माना जाता है। इसी प्रकार, गुरु ग्रह को धर्म, समृद्धि और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है, और विवाह के लिए इन दोनों ग्रहों का शुभ होना जरूरी माना जाता है। इसलिए, इस दिन शुक्र और गुरु दोनों के अस्त होने के कारण, इसबार अक्षय तृतीया पर विवाह का मुहूर्त नहीं बनेगा।
अक्षय तृतीया 2025 पर ग्रहों की स्थिति और उनके विशेष योगों का विशेष महत्व है। इस दिन कुछ महत्वपूर्ण ग्रह योग बन रहे हैं, जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन और समृद्धि ला सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर शोभन योग का निर्माण हो रहा है, जो विशेष रूप से लक्ष्मी और विष्णु की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस योग में किए गए धार्मिक कार्यों से विशेष रूप से आर्थिक समृद्धि और आत्मिक शांति प्राप्त होती है।
यह योग किसी भी कार्य की सफलता और सिद्धि के लिए सबसे उपयुक्त होता है। अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है, जो इस दिन के महत्व को और बढ़ाता है। इस योग में किया गया कोई भी शुभ कार्य जीवन में सफलता, समृद्धि और खुशहाली ला सकता है।
इस दिन रोहिणी नक्षत्र में विशेष योग बन रहे हैं, जो देवी लक्ष्मी के प्रिय नक्षत्र के रूप में जाने जाते हैं। इस नक्षत्र में पूजा करने से धन, संपत्ति और सुख की प्राप्ति होती है। यह नक्षत्र विशेष रूप से उन लोगों के लिए शुभ है जो वित्तीय संकट से उबरने के लिए प्रयासरत हैं।
चंद्रमा और शुक्र का संयोग अक्षय तृतीया पर बनने वाला एक महत्वपूर्ण ग्रह योग है। यह संयोग प्रेम, सौंदर्य, और वैवाहिक जीवन में सुख और शांति का कारण बनता है। इस दिन विशेष रूप से प्रेम संबंधों में मधुरता और वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बढ़ सकता है।
बुध ग्रह की वक्री अवस्था का अंत होने से कर्तव्य सिद्धि का योग बन रहा है। यह विशेष रूप से व्यवसायिक और शैक्षिक कार्यों के लिए उपयुक्त समय है। बुध के सही स्थिति में आने से सभी लंबित कार्य सफलतापूर्वक पूरे हो सकते हैं।
इस दिन मंगल और राहु का विशेष प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। यह संयोजन उत्साह और संघर्ष को बढ़ावा देता है। जो लोग अपने कार्यों में संकोच कर रहे हैं, उनके लिए यह समय आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाने वाला है। यह समय उन लोगों के लिए भी अच्छा है, जो किसी बड़े कार्य में व्यस्त हैं।
कुंभ और मकर राशि में ग्रहों की स्थिति से इस दिन वृद्धि और बल का योग बन रहा है। यह योग उन व्यक्तियों के लिए अत्यधिक लाभकारी है जो अपनी कार्यक्षमता और व्यक्तिगत जीवन में सुधार लाने के लिए प्रयासरत हैं।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved