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September 18, 2024
केन्द्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर मंगलवार सुबह बड़ा हादसा टल गया जब भांडारेज मोड़ के पास पिलर संख्या 182 के समीप सड़क अचानक धंस गई, जिससे 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया। गनीमत रही कि इस दौरान वहां कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
लगभग एक लाख करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह एक्सप्रेस वे अपने उद्घाटन के बाद से ही लगातार हादसों का गवाह बना हुआ है। अब तक करीब सवा सौ लोग इस मार्ग पर जान गंवा चुके हैं। मानसून के दौरान विभिन्न हिस्सों में गड्ढों के निर्माण से सड़क की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि भारी टोल चुकाने के बावजूद यात्रियों को अपेक्षित सुरक्षित यात्रा का अनुभव नहीं हो रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार जिस स्थान पर सड़क धंसी, वहां पहले एक कुआं था। इसे मिट्टी से भरकर सड़क बनाई गई थी। निर्माण में कमी और पानी के दबाव के कारण सड़क अंदर ही अंदर कमजोर हो गई और धंस गई।
सड़क धंसने के बाद हाइवे निर्माण कंपनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गड्ढे को घेरने के लिए बेरिकेड्स लगाए और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर मानसून के दौरान और विभिन्न स्थानों पर हुए गड्ढों के कारण।
यह सड़क दिल्ली और मुंबई को जोड़ने वाली देश की सबसे लंबी और महत्वपूर्ण परियोजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य ट्रैफिक की भीड़ को कम करना और लोगों को तेज और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देना है। हाल के घटनाक्रमों ने निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
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