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August 5, 2024
ब्रह्म नगरी पुष्कर पर इंद्रदेवता महेरबान,सरोवर में 12 फीट से अधिक बढ़ा जलस्तर,पहाड़ों से फूटे झरने,निचली बस्तियों हुई जलमग्न,
डूब क्षेत्र में बन सकते है बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन ने कई होटलों को कराया खाली,एसडीआरएफ की टीम अलर्ट मोड पर
तीर्थ नगरी पुष्कर में सावन के तीसरे सोमवार के दिन अल सुबह से बारिश का दौर जारी है । लगातार हो रही बारिश के चलते एक और जहां पुष्कर कस्बे के निचले इलाकों में पानी भर गया जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। तो वही पुष्कर सरोवर में नाग पहाड़ी पर बरसात के चलते बरसाती फीडर में लगातार तेज पानी की आवक जारी है । जिससे सरोवर का जलस्तर 12 फीट तक बढ़ गया । पहाड़ों पर हुई बारिश के चलते अरावली पर्वतमाला की श्रृंखला नाग पहाड़ी पर स्थित पौराणिक ऋषियों के तपोस्थल से पानी के झरने फूट पड़े । बारिश यदि लगातार जारी रहती है तो पुष्कर के डूब क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात नज़र आ सकते हैं । इसी के मध्य नजर प्रशासन की ओर से सरोवर के किनारे के कुछ होटलों को खाली कराया गया है वही एसडीआरएफ की टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भी बरसात का दौर जारी रह सकता है, जिसे लेकर सभी को सचेत रहने की अपील की गई है।
सोमवार सुबह करीब 5 घंटे की लगातार बारिश के चलते पुष्कर कस्बे के निचले इलाके वाराह घाट, पुराना रंगजी मंदिर, पटवारी गली, मिश्रा का मोहल्ला, सदर बाजार, गुरुद्वारा, माली मोहल्ला, सावित्री मार्ग, परिक्रमा मार्ग मैं घुटनों तक पानी भर गया । जल भराव के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ तो वही क्षेत्र में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस गया । वही पुष्कर की ज्वलंत समस्या का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री बजट घोषणा के बाद बने रैन ड्रेनेज सिस्टम के अधूरे काम के चलते क्षेत्र में पानी घंटो तक भरा रहा । हिंदू आस्थाओं के तीर्थ पुष्कर सरोवर में बरसात के चलते फीडर के जरिए 12 फुट से अधिक जल की आवक हुई । जिससे सरोवर का जलस्तर बढ़कर 18 फीट तक जा पहुंचा । पुष्कर सरोवर में अरावली पर्वतमाला की श्रृंखला नाग पहाड़ी से आने वाले जल लाने के लिए बनाए गए बरसाती फीडर पानी की आवक से लबालब भरे नजर आए । फीडर के जरिए लगातार तेज प्रवाह से सरोवर में पानी की आवक जारी है । जानकारी के अनुसार पुष्कर सरोवर में 5 फुट पानी और आने का अनुमान लगाया जा रहा है । जिससे सरोवर का जल स्तर 23 फुट के पार जा सकता है । लगातार पुष्कर में हो रही बारिश के चलते एक और सरोवर का जलस्तर बढ़ रहा है तो वही कस्बे में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल के चलते जगह-जगह कचरा फैला हुआ है । जो बरसाती पानी के साथ पुष्कर सरोवर की पवित्रता को ठेस पहुंचा रहा है । वहीं दूसरी और पुष्कर सरोवर की डूब क्षेत्र का अपशिष्ट बरसाती पानी के साथ फीडर से होकर सरोवर में जा रहा है । जिससे सरोवर में प्रदूषण फैलने का खतरा एक बार फिर बन गया है । वही सरोवर में कचरे को रोकने के लिए बनाई गई लोहे की जालियां पानी के तेज प्रवाह के चलते टूट गई । मामले को लेकर पुष्कर पालिका के सफाई निरीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पालिका के 10 स्थाई कर्मचारी, और सिविल डिफेंस के 29 वॉलिंटियर, 6 अतिरिक्त मजदूरों की मदद से सरोवर में नाव चला कर आई गंदगी को साफ किया जाएगा । वहीं दूसरी ओर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक ने पुष्कर सरोवर, सावित्री मार्ग स्थित रेन ड्रेनेज पंप हाउस और डूब क्षेत्र का जायजा लिया और पालिका कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए पंप हाउस को लगातार चलाने के निर्देश दिए ।
तीर्थ पुरोहित वेद प्रकाश पाराशर ने बताया कि बीते चार दिनों से पुष्कर में हो रही बारिश के चलते कस्बे का कचरा सरोवर में जा रहा है । जिसे रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन को प्रयास करना चाहिए । वही पुष्कर के बड़े जल स्तर को देखते हुए सरोवर किनारे चेतावनी के लिए लाल झंडिया लगानी चाहिए । साथ ही सरोवर किनारे सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर की अतिरिक्त तेनाती की जानी चाहिए ।
अल सुबह से लगातार हो रही बारिश के चलते अरावली पर्वतमाला की श्रृंखला नाग पहाड़ी पर स्थित पौराणिक ऋषियों की तपोस्थली विश्वामित्र आश्रम, अगस्त्य आश्रम, वामदेव आश्रम, गोमुख, पंचकुंड, पर प्राकृतिक झरने फूट पड़े । तेज प्रवाह में बह रहे झरने को देखने स्थानीय और पर्यटक लगातार पहुंच रहे हैं ।
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