Post Views 371
June 15, 2024
अजमेर दरगाह में ईद उल अज़हा के मौके पर गिलाफ़ ए काबा की ज़ियारत, खुलेगा जन्नती दरवाज़ा
अजमेर। देशभर में 17 जून सोमवार को ईद उल अज़हा (बक़रीद) का त्यौहार हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाएगा। मुस्लिम समाज मे ईद उल अज़हा का पर्व सब्र और अल्लाह की सच्ची इबादत का सबक देता है। यही वजह है कि अजमेर शरीफ दरग़ाह में ईद के अवसर पर सूफी संत हज़रत ख्वाज़ा गरीब नवाज़ रहमातुल्लाह अलेही की दरग़ाह में पवित्र काबा शरीफ का गिलाफ़ यानी चादर मुबारक़ ख़ास ओ आम अकीदतमंदों को दीदार के लिये रखा जाता है। दरग़ाह अंजुमन सैय्यद ज़ादगान के पूर्व सैकेट्री हाजी सैय्यद वाहिद हुसैन अंगारा शाह के अनुसार ईद के मौके पर ज़ायरीन को गिलाफ़े काबा के साथ साथ जन्नती दरवाजा के दीदार भी नसीब होते है। ईद उल अज़हा के रोज़ ख्वाज़ा साहब के आस्ताना शरीफ़ में साल में सिर्फ एक बार ईद उल अज़हा के मौके पर गिलाफ़े क़ाबा का दीदार कराया जाता है। जबकि साल में 4 मर्तबा खुलने वाला जन्नती दरवाजा भी ईद उल अज़हा की अलसुबह ज़ायरीन के लिए खोल दिया जाता है। अकीदतमंद इसके 7 चक्कर लगा कर जन्नती होने का सवाब हासिल करते है। जन्नती दरवाज़ा दोपहर ज़ोहर की नमाज़ के बाद बंद कर दिया जाता है।
© Copyright Horizonhind 2024. All rights reserved