Post Views 1091
January 27, 2021
जो आपकी गर्दन नापे उसे पार्षद न चुनें, जिसकी गर्दन आप नाप सकें उसे ही वोट दें
पिछली बार पार्षद रहे उम्मीदवारों को देख लें, कहीं वे लिफ़ाफ़े बाज़,भू-माफ़िया, अवैध क़ब्ज़ों में वारे न्यारे करने वाले तो नहीं
पार्टी,जाति, लालच,लोगों से रिश्ते निभाने के लिए वोट न दें
याद रखें सब लुटेरे नहीं ,मगर अधिकांश लुटेरे ही हैं,एक्सरे करके चुनाव करें
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
हम शहर की सरकार चुनने का उत्सव मनाने जा रहे हैं ।अजमेर ज़िले में केकड़ी , किशनगढ़ , बिजयनगर और अजमेर में स्थानीय सरकार को चुनने के लिए हमें अपने बीच कीमती वोटों का उपयोग करना है।आपके गली मोहल्लों और वार्ड में अगले 5 साल तक कौन, क्या करेगा ? यह आपको फैसला करना है।
अक्सर होता यह है कि हम पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर ग़लत व्यक्ति को न चाहते हुए भी वोट दे देते हैं ।विधानसभा और संसदीय चुनाव में ऐसा करना मजबूरी हो सकता है क्योंकि विधायक और सांसद से आपका पाला रोज़ नहीं पड़ता। सांसद तो आपके गली मोहल्ले में पूरे 5 साल तक नज़र नहीं आता। वह तो वोट मांगने तक आपके दरवाज़े पर नहीं आता ।
हां , पार्षद ज़रूर ऐसा पद है जो आपके दरवाज़े पर सिर्फ़ एक बार वोट मांगने आता है ,फिर 5 साल तक आप ही उसके बंद दरवाज़े को खटखटाने आते जाते रहते हैं ।
वार्ड का पार्षद आपकी असली सरकार होता है। वही आपकी छोटी बड़ी ज़रूरतों के लिए आप की पकड़ में आता है ।छोटे-मोटे काग़ज़ों पर उसके हस्ताक्षर ही महत्वपूर्ण होते हैं। घर के बाहर पड़े कचरे , टूटी हुई नालियों और फटी हुई पाइप लाइनों के लिए आपको विधायक या सांसद के नहीं बल्कि पार्षद के ही हाथ पैर जोड़ने होते हैं। ऐसे में चुने हुए व्यक्ति का स्वभाव ही आपके लिए महत्वपूर्ण होता है न कि उसकी पार्टी ।आपकी दैनिक ज़रूरतों और मुसीबतों में आप विधायक या सांसद को नहीं ढूंढते। न ही वे काम में आते हैं ।विधायक तो फिर भी ट्रांसफर की डिज़ायर लिखवाने के लिए ज़रूरी हो जाता है मगर सांसद की तो आपको पूरी उम्र ज़रूरत नहीं पड़ती ,ना उसे आपकी।
ज़रा सोचिए कि जिस मोहल्ले में आप रहते हैं उसमें 5 सालों में क्या एक बार भी भागीरथ चौधरी या एक बार भी कोई विधायक आपसे पूछने आया कि आपको कोई परेशानी तो नहीं
मित्रों! पार्षद आपके लिए सांसद या विधायक से कहीं बड़ी चीज़ है। इसलिए इस बार नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगम के चुनाव में आप सावधानी बरतें। सोच समझकर वोट दें ।आपका वोट एक बार उम्मीदवार के काम आएगा मगर जीता हुआ उम्मीदवार आने वाले 5 सालों में आप के मुताबिक नहीं चला या आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा तो क्या होगा यह वोट देने से पहले सोच लें!
कोरोना काल में मैं हर रोज़ आपको कोरोना से बचाने के लिए,उससे लड़ने की तैयारी कराने में ,मैं लगातार अपने ब्लॉग लेकर आपके बीच रहा।कोरोना जा रहा है और आप जिंदा हैं, उसके लिए सिर्फ़ मेरा ब्लॉग ही जिम्मेदार नहीं मगर जो मुझे पढ़ते रहे वे जानते हैं कि मेरे ब्लॉग भी उनकी लड़ाई में हथियार और ढाल की तरह मुस्तैदी से खड़े नज़र आए।
इस बार मैं आपको वोट के प्रति जागरूक कर रहा हूं। मैं किसी भी पार्टी का दोस्त या दुश्मन नहीं! सभी पार्टियां मेरी हैं मगर वह व्यक्ति जो चुनाव में चापलूसी करके आपको कड़ी धूप में ,घनी छांव के सपने दिखाकर वोट ले जाता है और पूरे पाँच साल आपकी तरफ झांक कर नहीं देखता मैं उसके खिलाफ हूँ,चाहे वह किसी भी पार्टी का हो।
इस बार मेरे कहने से आप पार्टी बाजी पर ध्यान ना दें ! सभी लुटेरे हैं ऐसा भी नहीं मगर अधिकांश लुटेरे हैं यह मान कर चलिए ।आप अपने विवेक से काम लीजिए ।चिकनी चुपड़ी बातों में न आइए! कर्मठ, ईमानदार,जुझारू, जनता के सेवक ये सारे शब्द हर व्यक्ति अपने नाम के साथ पोस्टर में लिख रहा है और गौर से देखेंगे तो आप पाएंगे कि इनमें से अधिकांश उम्मीदवार नाटकबाज़ और जुगाड़ू हैं ! उनकी ईमानदारी सिर्फ़ आपके वोटों को हथियाने के लिए है। वोट लेने के बाद ये आपके बारे में नहीं ,अपने बारे में सोचेंगे! अपना घर भरने में लग जाएंगे!
मेहरबानी करके ध्यान दें
यदि आपके वार्ड में कोई पुराना पार्षद फिर से वोट मांगने के लिए मैदान में है तो मेरा आपसे करबद्ध आग्रह है कि आप फिरसे उसके झांसे में ना आएँ! उसकी विगत 5 वर्ष की सेवाओं को परखें! उनका एक्सरे करें! कहीं ऐसा तो नहीं कि जिसे आप फिर से वोट दे रहे हैं उसने पिछले 5 सालों में सिर्फ़ मासिक किस्त वाले लिफाफे लिए हों,व्यवसायिक अवैध निर्माण करवाने में लाखों रुपए कमाए हों, भू माफियाओं से मिलकर आपके क्षेत्र में सरकारी ज़मीनों पर अवैध क़ब्ज़े किए हों, करोड़ों के वारे न्यारे किए हों! जो खुद ही नहीं जिन की औलादे भी गुंडागर्दी के जरिए आप के वोटों का मज़ाक उड़ा रही हों! यदि आपके वार्ड में किसी भी पार्टी का पुराना पार्षद फिर मैदान में है तो उसकी छवि, उसका पिछला अनुभव देख कर ही वोट दें !
यदि आपके वार्ड में सारे उम्मीदवार नए हों तो उनका एक्स-रे करके पता लगा लें कि कौन सही अर्थों में आपके लिए कर्मठ है ऐसा उम्मीदवार जो जीतने के बाद आपकी गर्दन पकड़ ले उसे तो कत्तई वोट ना दें ! जिसकी आप गर्दन पकड़ सकें उसे ही वोट दें।
जाति के आधार पर, रिश्तो के आधार पर ,लालच के आधार पर कृपया वोट ना दें ! भावुकता में आकर या किसी के कहने पर भी वोट ना दें! याद रखें ! कि पार्षद का चुनाव छोटा-मोटा चुनाव नहीं ! रोज़मर्रा में आपके साथ खड़े होने वाले दोस्त का चुनाव है ।
मेरे इस ब्लॉग को जितना हो सके शेयर करें !
केकड़ी ,बिजयनगर, किशनगढ़ के दोस्तों ! इस ब्लॉग को आप लोग भी शेयर करें ! जितने लोग जागरूक होंगे ,उतना ही आप का कल्याण होगा! अब मैं हर रोज़ आपको सही और ग़लत का फ़र्क़ बताने के लिए हाज़िर रहूंगा!
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved