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January 11, 2021
संपत साँखला जी ! सच मे प्रेस आपका चीर हरण नहीं करना चाहती!! मगर
अरुण चतुर्वेदी और लाहौटी जी! अंधे धृतराष्ट्र को बचाने के लिए भीष्म पितामह बनकर नए महाभारत की शुरुआत न करें
अनीता भदेल के कभी खास रहे और अभी लखावत जी के ख़ास , संपत साँखला जी! अदालत और ए सी बी आपका इंतज़ार कर रही है!!
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
भीष्म पितामह ने आंखों पर पट्टी बांधकर ध्रतराष्ट्र का साथ दिया और महाभारत का युद्ध होना तय हो गया। मैंने परसों अपने एक ब्लॉग में नगर निगम अजमेर के भूतपूर्व उपमहापौर संपत सांखला पर चल रहे एसीबी के प्रकरण को लिखा तो हाहाकार मच गया ।साँखला के काले कारनामों को छुपाने के लिए भाजपा के भीष्म पितामहों को प्रेस के सामने आना पड़ा। धृतराष्ट्र को क्लीन चिट दे दी गई। मेरे लिए कहा गया कि मैंने जो लिखा और अखबारों ने जो छापा वह झूठा और भ्रामक है।
मैं नहीं जानता था कि संपत सांखला का मेरे हाथों चीरहरण हो! मैं भी उन्हें भाजपा के दिग्गज नेता अरुण चतुर्वेदी और अशोक लाहोटी की तरह सच्चरित्र ही मानता था! मैं भी उन्हें मित्र मोह में अंधा होकर क्लीन चिट देना चाहता था मगर क्या करूं एसीबी के उन अधिकारियों का जिन्होंने संपत सांखला को संपत्ति के घोटाले में जकड़ रखा है!! क्या करूं उस न्यायालय का जिसने संपत सांखला को धोखाधड़ी करने वाला मानते हुए धारा 420 ,200 में संज्ञान ले रखा है !! दो बार 9वी फेल होने के बावजूद भी 10वी कक्षा पास का शपथ पत्र देकर एक और फर्जीवाड़ा सामने ला रखा है!! जिसकी सज़ा होने पर उन्हें 7 साल तक जेल की हवा खानी पड़ सकती है!!
संपत सांखला बेहद शानदार और ईमानदार नेता हैं।पूर्व मंत्री अनिता भदेल की टीम के चिर परिचित लाडले चेहरे हैं! उनको बहन भदेल ने बड़े प्यार से पाला पोसा है। वे हेड मास्टर लखावत जी की नीली आंखों वाले( ब्लू आई बॉय) शिष्य हैं और अब वे अरुण चतुर्वेदी जी और अशोक लाहौटी जी के भी अतिरिक्त कृपा पात्र हो गए हैं।इतने कृपा पात्र कि उन्हें अंधे होकर क्लीनचिट देते हुए चुनावी युद्ध का उप संयोजक बनाने का फ़ैसला ले लिया गया है। मैं भाजपा के इन नेताओं को प्रणाम करता हूं! नमन करता हूँ! मोदी जी की पार्टी में दागी बाग़ी सभी तरह के नेता सम्मान पा रहे हैं ,यह देख कर मुझे लग रहा है कि इस बार अजमेर नगर निगम के चुनाव शानदार , जानदार ,और इमानदार होंगे!
मेरे प्रिय अनुज अरुण चतुर्वेदी जी!! आप हमेशा ऐसा ही क्यों करते हैं आपको याद होगा बहुत सालों पहले मैंने किशनगढ़ के एक युवा नेता (जो भी चतुर्वेदी हैं) को पुष्कर की एक होटल में रंगरेली मनाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया था । मरहूम नेता ललित किशोर चतुर्वेदी का वह युवक कोई ख़ास परिचित था ।मैंने उस युवा नेता की ख़बर स्वामी न्यूज़ पर चलाई थी। तब भी आपने मुझे फोन करके उस हरामी युवक को बचाने को कहा था। अब तो शायद आपको वह बात याद भी नहीं होगी ! ख़ैर कोई बात नहीं ! रंग रैली में शामिल युवक को आत्मा से क्लीन चिट देते हुए जब आप नहीं हिचकिचाए थे तो अब आपको संपत सांखला के आचरण में भ्रष्टाचार क्यों नज़र आएगा
कल भाजपाइयों की एक बैठक में जब शहर के कुछ जागरूक नेताओं ने संपत सांखला पर सवाल उठाया तो प्रिय अरुण चतुर्वेदी जी !! और लाहोटी जी!! आपने उनको चुप करवाकर मेरे ब्लॉग पर ही सवाल उठा दिया !! अख़बारों में छपी ख़बरों को ही ग़लत बता दिया !! एसीबी के अधिकारियों की कार्यवाही को ही नज़रअंदाज़ कर दिया !!
सच में आप लोगों ने तो कमाल ही कर दिया !! आप दोनों ने अपने प्रिय संपत सांखला को क्लीन चिट देते हुए यह नहीं सोचा कि मीडिया यूं ही कुछ नहीं छापता ।उसके पास ठोस सबूत होते हैं तब ही वह कुछ प्रकाशित करता है ।और हां ,आपको बता दूँ कि अख़बारों ने जो छापा या मैंने जो ब्लॉग में लिखा ,उसकी पुष्टि एसीबी के अधिकारियों ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर की थी ।जिस संपत सांखला को आप शरीफ और ईमानदार मानकर चल रहे हैं वे आपकी और मेरी दृष्टि से शरीफ हो सकते हैं ।कानून उन्हें शरीफ नहीं मानता ।
संपत सांखला ने करोड़ों की ज़मीन में जो गड़बड़ घोटाला किया उसके बारे में आपने बड़ी आसानी से कह दिया कि वह सौदा तो संपत ने निरस्त कर दिया था । ऐसा पदाधिकारियों के सामने कहकर आपने पार्टी पदाधिकारियों को तो भ्रम में जरूर डाल दिया। मगर एसीबी ने सौदा निरस्त होने के जो काग़ज़ात संपत सांखला से मांगे हैं वे उन्होंने आज तक नहीं दिए हैं। अगर उनके पास हों तो प्लीज़ अरुण चतुर्वेदी जी! आप उनको ए सी बी तक पहुंचा दें! आप वहां तक नहीं पहुंचा पाएँ तो मुझे दे दें! मैं पहुंचा दूंगा!
अदालत में फर्जी मार्कशीट का जो प्रकरण चल रहा है उसके बारे में आपको बता दूँ अरुण जी !! कि कोर्ट ने दफा 420 ,200 , भादस की धारा 125 (क) के अन्तर्गत कॉग्निजेंस ले लिया है ।कोर्ट में संज्ञान लेकर संपत सांखला के विरुद्ध मामला विचाराधीन है। आपसे आग्रह है कि आप इस बार कोर्ट की तारीख पर संपत सांखला को कोर्ट लेकर पहुंच जाएं ताकि कोर्ट की कार्रवाई लंबित ना रहे ! जिस तरह आप उन्हें क्लीनचिट दे रहे हैं ,यदि संपत सांखला ईमानदार हुए तो कोर्ट भी उन्हें क्लीन चिट दे देगी ! कोर्ट से डरकर कब तक संपत सांखला बचते रहेंगे मामला विचाराधीन है तो फैसले तक तो पहुंचेगा ही और फैसला हुआ तो उनको सात साल की सज़ा भी हो सकती है।
मुझे डर है कि इस नए महाभारत में अंधे धृतराष्ट्र के साथ कहीं भीष्म पितामह का चीरहरण भी ना हो जाए।
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