Post Views 831
December 25, 2020
विजय जैन पर नाराज़ होना भटनागर और आरिफ़ खान का
क्या विजय जैन के नगर निगम पर लगाए आरोपों से चुनावों में हार जाएगी कांग्रेस
निगम में जो चल रहा है चलने दीजिए ,क्या यही रास्ता बचा है चुनाव जीतने का
सुरेन्द्र चतुर्वेदी
नगर निगम के ख़िलाफ़ बयानबाज़ी पर कांग्रेसियों में विवाद शीर्षक से अजमेर के एक अख़बार में समाचार पढा।बहुत ताज़्ज़ुब हुआ।शहर के अलग अलग हिस्सों में कृषि भूमि पर नक़्शे पास करने पर कांग्रेसी नेता विजय जैन ने सवाल उठाए।नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर। उनमें कमियाँ गिनाते हुए ,पैसों के लेनदेन की बू का भी इशारा किया।दूसरी तरफ कुछ कांग्रेसियों ने इसे काँग्रेस की अस्मिता से जोड़ दिया।उनको लगा जैसे विजय जैन ने आरोप लगा कर पार्टी की छवि ख़राब कर दी है।
पार्टी के पूर्व पदाधिकारी ललित भटनागर और आरिफ़ खान को विजय जैन का विरोध नागवार गुज़रा है।उनको लग रहा है कि विजय जैन ने नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल उठा कर कांग्रेस की छवि ख़राब कर दी है।उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था।ऐसा करके विजय जैन ने आगामी नगर निगम के चुनावों के मद्दे नज़र, पार्टी को ख़तरे में डाल दिया है।
ये सब पढ़ कर मुझे लगता है कि अभी भी नगर के कुछ कांग्रेसियों के दूध के दाँत नहीं टूटे है।अक्ल दाढ़ ही नहीं आई है।
ललित भटनागर और आरिफ़ खान के बयान से शायद काँग्रेस पार्टी को अगले निगम चुनावों में काफ़ी मदद मिलेगी।विजय जैन ने कृषि भूमि पर नक़्शे पास करने में भ्रष्टाचार के जो आरोप लगाए वे सही हैं या ग़लत ये जाने बिना ही प्रबुद्ध भटनागर जी और आरिफ़ खान साहब ने फ़तवा जारी कर दिया कि विजय जैन ने कांग्रेस की छवि ख़राब कर दी।उन्होंने निगम के आने वाले चुनावों में पार्टी को हरवाने के इंतज़ाम कर दिए।
भटनागर साहब जी ! यदि विजय जैन के बयान ग़लत हैं।उनके आरोपों में जान नहीं है। वे पूरी तरह झूँठ पर आधारित हैं तो आप खुलकर कहिए कि उनके बयान झूंठे हैं। और यदि उनके बयान सच्चे हैं तो आपकी पार्टी क्या उनको दबा कर सच को छिपाना चाहती है क्या जो ग़लत काम नगर निगम के अधिकारी कर रहे हैं उनको ज़ारी रखना चाहिए क्या काँग्रेस को ग़लत हो रहे कामों पर सवाल नहीं उठाने चाहिए क्या भ्रष्ट अधिकारियों के मुखौटे नहीं उतारे जाने चाहिए क्या बदनीयत अधिकारियों से काँग्रेसी नेताओं से हाथ मिला कर चलना चाहिए
भटनागर जी और आरिफ़ खान साहब ! पहले सच्चाई का तो पता लगाइए?हो सकता हो आप दोनों सही हों! विजय जैन ने ईमानदार अधिकारियों को झूंठे आरोपों से लांछित कर दिया हो! यदि ऐसा है तो साफ़ तौर पर बयान दीजिए कि विजय जैन की नीयत में खोट है।वे निष्ठावान अधिकारियों से किसी प्रकार का (मेज़ के नीचे वाला) हित चाह रहे हैं। यदि ऐसा कर रहे हैं विजय जैन जी तो फिर आप दोनों नेता सही हैं मगर मैं जानता हूँ ऐसा है नहीं ।
पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने निगम के अधिकारियों पर जो आरोप लगाए है उनमें प्रथम द्रष्टया कोई झूँठ नज़र नहीं आता।कृषि भूमि पर नक़्शे पास करने में यदि कोई आपत्तिजनक लेन देन नहीं हुआ है तो आप खुल कर अधिकारियों का साथ दीजिए न! इससे आप अधिकारियों पर बहुत बड़ा उपकार करेंगे! काँग्रेस पर भी! इससे काँग्रेस को अगले निगम चुनावों में बहुत मदद मिलेगी।भारी बहुमत मिल जाएगा।
विजय जैन के आरोपों में यदि सच्चाई है तो फिर उसे प्रकाश में लाना ही चाहिए।उन्होंने बुराई को बुराई कह कर क्या बुरा कर दिया है।उनका तो पार्टी को आभार व्यक्त करना चाहिए कि उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों को काँग्रेस के राज में ग़लत काम नहीं करने के लिए कहा। सवाल उठाए।
क्या काँग्रेस निगम में भ्रष्टाचार को ज़ारी रखने की वक़ालत करती है क्या ईमानदार नेता भटनागर और आरिफ़ खान साहब चाहते हैं कि निगम में जो जैसा हो रहा है,होता रहे। बस पार्टी के नेता सवाल न उठाएं। ज़ुबान बन्द रखें। अख़बार बाज़ी न करें।
वैसे विजय जैन जी ! आपको मेरी एक निशुल्क राय ! कृपया आप इन दोनों नेताओं के मार्गदर्शन का लाभ उठाएं।ये शायद आपको सही राय दे रहे हों।पुराने चावल हैं, अजमेर की राजनीति के। बेदाग़ छवि है इनकी।ऐसे में आपको इनके अनुभवों का लाभ लेते रहना चाहिए।
नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं।निगम की छवि बनाये रखना बहुत ज़रूरी है।हर कांग्रेसी को जन सम्पर्क अधिकारी बन कर निगम के गुणगान करने चाहिए।उसकी छवि बनाए रखने के लिए निगम में हो रहे हर भ्रष्टाचार को नज़र अंदाज़ करना चाहिए।
भटनागर जी और आरिफ़ साहब का आरोप है कि आप जान बूझ कर आमजन को काँग्रेस के विरुद्ध कर रहे हैं।जिन क्षेत्रों में घनी आबादियाँ बसी हुई हैं उनमें अगर नक़्शे पास हो रहे हैं तो आपके पेट मे दर्द क्यों हो रहा है।ले दे के जो हो रहा है, होने दीजिए।इन दोनों शुभ चिंतक नेताओं की सलाह पर ही चलिए।
नगर निगम व्यावसायिक मॉल्स के नक़्शे भी पास करे तो करने दीजिए! योजना क्षेत्र में निगम नक्शे पास कर रहा है तो करने दीजिए! सीज हुए कॉम्प्लेक्स खुल रहे हैं तो खुलने दीजिए! ये सब क्यों और कैसे हो रहा है इस पर मत जाइए !! शहर का तो विकास हो रहा है ना.!!भले ही इसमें कुछ अधिकारियों की जेब भर रही हो। भरने दीजिए!!
बोलने का काम भाजपाईयों का है।जब वे ही कुछ नहीं बोल रहे तो आप क्यों सवाल उठा रहे हो? ऐसे अधिकारी जो कांग्रेस की छत्र छाया में फल फूल रहे हैं उन पर सवाल मत उठाइए।उठाए गए तो पार्टी नगर निगम का चुनाव हार जाएगी।
भटनागर जी और आरिफ़ भाई !! आप भी पार्टी के नेताओं की अख़बारों में फीत मत उतारिए।विजय जैन कांग्रेस का दिखता चेहरा हैं।जो दिखता है वही बिकता है।उनकी छवि पर आपने अख़बारों में जी कीचड़ उछाली है उससे भी निगम के चुनावों में कांग्रेस को धक्का पहुंच सकता है।
पार्टी के नेताओं को अब एक होकर कुलड़ी में गुड़ फोड़ना चाहिए।
अख़बारों में हर रोज़ नगर निगम की आरती उतारना ही पार्टी की जीत का रास्ता खोलेगा।ये हर कांग्रेसी को जान लेना चाहिए।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved