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December 14, 2020
दो खाड़ी देशों की यात्रा के दूसरे चरण में रविवार को सऊदी अरब पहुंचे सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे को शाही सऊदी सेना के मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर जनरल नरवणे और सऊदी सेना के कमांडर जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतीर के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर बातचीत हुई।
उन्होंने इस दौरान शीर्ष सैन्य अधिकारियों से भी बात की। जनरल नरवणे सैन्य संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए जमीन तैयार करने की खातिर खाड़ी देश की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पर हैं। जनरल नरवणे भारतीय सेना के पहले प्रमुख हैं, जिन्होंने रणनीतिक दृष्टि से अहम इन दो खाड़ी देशों का दौरा किया है।
भारतीय सेना के अतिरिक्त महानिदेशक जनसंपर्क ने ट्वीट कर बताया कि जनरल नरवणे और जनरल फहद के बीच रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई। इससे पहले यात्रा के पहले चरण में जनरल नरवणे ने संयुक्त अरब अमीरात में सैन्य प्रमुख मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमेरी से भारत और यूएई के रक्षा सहयोग और आपसी हित के मुद्दों पर बातचीत की थी। सेनाध्यक्ष के दौरे को भारत के दोनों देशों के साथ रक्षा संबंधों में मजबूती के तौर पर देखा जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इससे रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग के नए रास्ते खुलेंगे।
गौरतलब है कि सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है और खाड़ी क्षेत्र में वह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण देश है। पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच समग्र सामरिक संबंधों में घनिष्टता आई है। दोनों देशों के बढ़ते संबंधों के तहत सऊदी अरब ने पिछले साल भारत में पेट्रोकेमिकल, बुनियादी ढांचे और खनन सहित विभिन्न क्षेत्रों में 100 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की योजना की घोषणा की थी।
जनरल नरवणे ने सऊदी अरब के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान साझा हितों और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।इससे पहले जनरल नरवणे ने संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया, जहां उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के कमांडर मेजर जनरल सालेह मोहम्मद सालेह अल अमेरी के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और आपसी हितों के मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
एक अन्य महत्वपूर्ण कदम में, पिछले साल दोनों देशों ने रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ाने के लिए रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना करने का फैसला किया था। थल सेनाध्यक्ष का सऊदी अरब के राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय जाने और संस्थान में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है।
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