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May 3, 2025
रामानुज महोत्सव का भव्य समापन: पुष्कर में भगवान रंगनाथ और रामानुजाचार्य स्वामी की सवारी आकर्षण का केंद्र
प्रसिद्ध रंगनाथ वेणुगोपाल मंदिर में आयोजित दस दिवसीय रामानुज महोत्सव का समापन शुक्रवार रात एक अनोखी धार्मिक परंपरा के साथ हुआ। भगवान रंगनाथ की सवारी के आगे रामानुजाचार्य स्वामी की उल्टे पांव चलती सवारी निकाली गई, जो श्रद्धालुओं के लिए भक्ति और विनम्रता का अद्भुत दृश्य बना।सवारी में भगवान वेणुगोपाल श्रीदेवी और भूदेवी के साथ मंगलगिरी पर विराजित थे, वहीं उनके समक्ष रामानुजाचार्य स्वामी की मूर्ति भगवान के दर्शन करती मुद्रा में उल्टे पांव आगे बढ़ रही थी। यह परंपरा गुरु द्वारा भगवान के प्रति समर्पण का प्रतीक मानी जाती है। दोनों सवारियों को भक्तों ने कंधों पर उठाया और फूल मालाओं से स्वागत किया।वराह घाट से आरंभ होकर मुख्य बाजार से होते हुए मंदिर पहुंची इन सवारियों के दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु उमड़ पड़े। भक्त और भगवान के इस परस्पर संवाद, नमन और पूजन का दृश्य अत्यंत भावुक कर देने वाला था।मंदिर के प्रधान अर्चक सृष्टि स्वामी ने बताया कि महोत्सव के अंतिम दिन विग्रह का तिरुमंजन और प्रबंध पाठ भी किया गया। सवारी के समापन पर मंदिर परिसर में प्रसाद वितरण के साथ महोत्सव का समापन हुआ।गौरतलब है कि द्रविड़ स्थापत्य शैली में निर्मित यह मंदिर 1823 में सेठ पूरनमल गनेरीवाल द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु के स्वरूप रंगनाथ वेणुगोपाल को समर्पित है और इसमें पूजा विधि रामानुज सम्प्रदाय की परंपराओं पर आधारित है।
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