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August 15, 2019
हरीश पैन वाले तूने कर दिया कमाल- सुरेन्द्र चतुर्वेदी
सेल्फी एक अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ होता है ख़ुद की लेना ।आजकल यह शब्द बहुत ही लोकप्रिय है ।जिसे देखो वही सेल्फी ले रहा है ।किसी को दूसरे की ज़रूरत नहीं। जब चाहे ले लो ।अकेले में हो या भीड़ में ।अपनी लेकर ख़ुश हो जाओ ।अपनी लेने वाले इस शब्द ने अजमेर में विशेष किस्म की धूम मचा रखी है। अभी हाल में ही हरीश पैन वाले नामक किसी महापुरुष ने 30 फीट का सेल्फी प्वाइंट ,आना सागर की पाल पर बनवा दिया है।प्रशासन ने न केवल उसे सरकारी दीवार पर जगह दी बल्कि दिल में जगह देते हुए लोकार्पण भी कर दिया । *आई लव अजमेर* वाह क्या प्रेरणादाई वाक्य है.अब तक तो मैंने आई लव यू ही सुना था।अब पता चला कि लोगईं को अपने शहर से भी प्यार करना चाहिए। सम्राट पृथ्वीराज ने भी अजमेर के बारे में इतना नहीं सोचा होगा जितना हरीश पैन वाले ने सोच लिया ।मैं उनको साधुवाद देता हूँ। उनके चरणों को नमन करते हुए कहता हूँ कि धन्य हैं आप और आपके सहयोगी जिन्होंने अजमेर के इतिहास को स्वर्ण अक्षरों में लिख दिया है।एहसान फरामोश अजमेर वासियों को मात्र साढ़े चार रुपये खर्च करके जगा दिया है।सच में पृथ्वीराज की आत्मा आपको दुआएँ दे रही है।
मैं आपको व्यक्तिगत रूप से नहीं जानता मगर आप के बारे में लोगों से सुनता रहता हूँ।एक पार्षद हैं चन्द्रेश साँखला । शायद आपको फूटी आंख पसंद नहीं करते होंगे।तभी आपको लेकर आये दिन उल्टा सीधा कहते रहते हैं।उनकी नजर में आप महा भृष्ट भूमाफ़िया हैं।शहर को मोहम्मद गज़नवी की तरह लूट रहे हैं। अवैध निर्माण करवाने वाले कई मामले आपके और आपके प्रेमियों के विरुद्ध सरकारी फाइलों में चल रहे हैं ।कई जांचें लंबित हैं।भ्रष्टाचार विभाग आप पर नज़र रखे हुए है।कई इमारतों और ज़मीनी मामलों में आपका नाम विभिन्न स्तरों पर उछाला जाता रहा है। लेकिन इन सबसे मुझे कुछ लेना देना नहीं ।कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना ।अब ये चन्द्रेश जी भी कौन सा दूध के धुले हैं जो उनकी बात मानूँ।और फिर वो तो हर रिज मेरे ख़ास मित्र वालिया जी के बारे में भी ब्लॉग लिखते रहते हैं। निगम अधिकारियों के बारे में अनाप शनाप सबूत सहित मामले उठाते रहते हैं।
आप चिंता ना करें। उन्हें कुछ भी लिखते रहने दें। जितने सबूत आपके और वालिया जी के विरुद्ध देना चाहें देते रहे।लिखने से होता क्या है। वालिया जी के विरूद्ध सारे सबूत उनके पास हैं तो रख लें भोगली बना कर। देखा नहीं वालिया जी का तो वो बाल (l)भी बांका नहीं कर पाए उल्टा उन्होंने ही उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवा दिया । चंद्रेश भैया अब उन्हें कहते रहें चोर ,उठाई गिरा ,लंफट, बदमाश। अपना ही मुंह खराब करते हैं। वालिया साहब की पवित्रता का तो कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाता।शायद वो धर्मेंद्र गहलोत की ताक़त को नहीं जानते।
हरीश जी आप भी उसी टाइप की मज़बूत स्किन बना लें।कोई आपको भूमाफिया कहे या घपलों का सरताज ।आप अपने ईमान की कसम खाते रहें। ईमानदार और अजमेर भक्त होने का उदाहरण पेश करते रहें।आज शहर में कितने लोग हैं जो आप जैसे उच्च विचार रखते हैं❓ आप जितना अजमेर को प्यार करते हैं इतना कौन करेगा❓ मेरा दावा है जितना प्यार आप अजमेर से करते हैं उतना कौन किसी से करेगा❓जब कोई अजमेर के लिए चार पैसे खर्च नहीं करता तब आपने साडे साढ़े चार लाख इकट्ठे करके ख़र्च कर दिए ।भाई कमाल है आपकी सेल्फी। मेरी आपसे प्रार्थना है कि आपके विरुद्ध चाहे कितनी भी जांच होती रहें आप इस अजमेर से अपने प्यार को जिंदा रखें।आप ऐसे लाल पत्थर शहर के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाते रहें ।इससे लोगों को बहुत प्रेरणा मिलती है। जो डॉक्टर मरीजों की खाल खींचकर पैसा कमा रहे हैं। अजमेर विकास प्राधिकरण के लोग जिस तरह शहर के सरकार के ख़ज़ाने को चूना लगा रहे हैं ।प्रशासनिक अधिकारी जो नौकरी की आड़ में चोरियां कर रहे हैं। नगर निगम में भ्रष्टाचार की अलग भागीरथी बहा रहे हैं। जब सेल्फी पॉइंट देखने आएंगे तो उनका हृदय परिवर्तन हो जाएगा ।आप को फिर एक बार नमन ,क्योंकि आपने शहर के सभी भू माफियाओं को यह बता दिया कि चाहे कुछ भी करो ,भले ही कितने भी पाप , अत्याचार ,दुराचार में लिप्त रहो मगर अपने शहर को प्यार करते नज़र ज़रूर आओ ।आपने शहर को कितना ऊंचा उठा दिया आप नहीं जानते ।पृथ्वीराज की तरह आपको भी याद किया जाता रहेगा ।जब तक सूरज चांद रहेगा ,पैन वाले तेरा नाम रहेगा ।ईश्वर करें आप के खिलाफ चल रही भ्रष्टाचार की सभी जांचे जल्दी आपके पक्ष में पूरी हो जाएं। जो करते हैं अजमेर को प्यार,उनकी सुनती है सरकार।
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