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March 9, 2019
पुलवामा हमले में शहीद हुए भारतीय जवानों की अंत्येष्टि के बाद पूरे देश में माहौल ग़मगीन है। हर तरह से अलगाववादियों और *देश में छुपे हुए अप्रत्यक्ष गद्दारों का शिकार इंडियन आर्मी ने शुरू कर दिया है।* लगभग सभी अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर लिया गया है। और इंडियन आर्मी अपने शहीदों के प्रतिशोध के लिए सक्रिय नजर आ रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर ऐसा दबाव बनाया जा चुका है कि पाकिस्तान के प्रेसिडेंट इमरान खान तक यह मानकर चल रहे हैं कि भारत कोई ना कोई बड़ा कदम उठाएगा। पाकिस्तान और आतंकवाद के मुद्दे पर पूरे विश्व का मीडिया और लगभग सारे देश भारत के साथ खड़े हैं, और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के मत का समर्थन कर रहे हैं । पूरी दुनिया में भारत के विरोध में अब कोई नहीं हैं।
लेकिन *ऐसी स्थिति में पूरे ब्रह्मांड में अगर कोई भारत के खिलाफ है तो महबूबा मुफ्ती और वो लालची कुर्सी के कीड़े जो जम्मू कश्मीर में अपनी राजनीतिक दुकान ऐसे गमजदा माहौल में भी चलाना चाहते हैं।* कल बड़ा ही शर्मनाक बयान पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का आया , जिसमें उन्होंने *बेशर्मी से कहा की- यह सब कार्रवाई रोक दी जाए अन्यथा कश्मीर के लोग तिरंगा छोड़कर कोई और झंडा उठा लेंगे।*
कोई उनसे ये क्यों नहीं कहता कि -
*भाई वाह !!!! आप अगर कोई और झंडा उठा लेंगे ... तो हम डंडा उठा लेंगे..... क्या फर्क पड़ जाएगा ?*
अब ऐसे में उमर अब्दुल्ला की राजनीतिक भूख भी जाग उठी और वो जल्दी से जल्दी चुनाव करवाने की मांग करने लगे।
कोई इन सत्ता लोलुप नेताओं को समझाए की -
*अरे भाई !!!! एक तरफ तो गोलियां चल रही है, कर्फ्यू लगा हुआ है, बम बरस रहे , राष्ट्र सुरक्षा के मुद्दे उठाए जा रहे हैं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय आतंकवाद को लेकर और कश्मीर के माहौल को लेकर चिंतित हैं। और ऐसे में तुम एक ऐसी बिल्ली हो जिसको ख्वाब में भी छिछड़े दिखाई दे रहे हैं।* बजाय प्रदेश में शांति और अमन कायम करने हेतु सरकार की मदद करने के , महबूबा और उमर बाबा को कुर्सी सूझ रही है। चलो ठीक है कुर्सी के कीड़े तो लगभग पूरे देश में व्याप्त हैं , और किसी भी हद तक गिरने को तैयार रहते हैं। *परंतु महबूबा मुफ्ती की बयानबाजी शहीदों की कुर्बानी को गाली है। और असीम बेशर्मी की पराकाष्ठा है। देखा जाए तो महबूबा के इस घटिया बयान को राष्ट्र सुरक्षा के लिए चुनौती मान कर , गिरफ्तारी का आदेश दिया जाना चाहिए* । क्योंकि जब एक पूर्व मुख्यमंत्री स्तर का जिम्मेदार व्यक्ति इस तरह के राष्ट्र विरोधी बयान दें तो उसे निश्चित तौर पर गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
*ताकि जम्मू कश्मीर में निर्भय होकर आतंकवाद और आतंकवादियों का समर्थन करने वाले लोगों की सफाई की जा सके। और शहीदों को श्रद्धांजलि सही मायने में दी जा सके।*
जय श्री कृष्ण
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