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October 25, 2018
आपने सरकारी सेवाओं से निवृत होने के बाद कई लोगों को राजनीति के क्षेत्र में उतर कर चुनाव लड़ते हुए या किसी पार्टी विशेष के लिए काम करते हुए देखा होगा। परंतु आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसा उदाहरण जो शायद मैंने भी पहली बार ही देखा है । अजमेर शहर कांग्रेस के आईटी सेल अध्यक्ष दीपक धानका पहले वो समझदार इंसान बन गए हैं जिनकी एक राजनैतिक दल के पदाधिकारी रहते हुए नगर निगम में नौकरी लग गयी। चलो !!! कांग्रेस की बिना तनख्वाह वाली नौकरी करने से तो यह नौकरी हज़ार गुना बेहतर है।
खैर !!! धानका से पूर्व अनुपम शर्मा ने आईटी विभाग की भागदौड़ संभाल रखी थी जिस काल में आईटी सेल दनादन ऑनलाइन मोर्चा संभाल हुए थी। फिर दीपक धानका का समय आया जिसमें गति ज़रा धीमी हो गयी लेकिन चलो काम चल रहा था। लेकिन अब जब दीपक धानका को ही निगम की नौकरी मिल गयी है तो आईटी सेल जैसे अनाथ पड़ा हुआ है।
*कांग्रेस आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष दानिश अबरार से फ़ोन पर बात कर के यह पूछने पर की आखिर अजमेर के आईटी सेल का अध्यक्ष अभी कौन है ? दानिश अबरार अंग्रेज़ी बोलने लगे शायद उन्हें लगा होगा कि इंग्लिश में बात करूंगा तो अजमेरी पत्रकार डर जाएगा। सो फर्राटे से इंग्लिश में कन्नी काटते हुए पहले तो कहा कि - क्या मैं बाद में बात कर सकता हूँ ? फिर अंग्रेजी में सवाल दोहराने पर बड़ा सोच कर बोले - yes । अध्यक्ष का नाम पूछने पर बोले देखना पड़ेगा कन्फर्म नहीं है।*
*अब बताओ ये हाल है प्रदेश अध्यक्ष का !!! ऐसे चुनावी समय में कांग्रेस का आईटी सेल अनाथ बिना किसी ज़िम्मेदार इंसान के पड़ा रहे वो भी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के गृहजिले में और ये साहब अंग्रेजी में बतिया के पत्रकारों को सही ढंग से इस बात का जवाब भी नहीं देंगे .... भाई वाह !!!*
आज के सोशल मीडिया युग में जहां इस हुनर के दम पर सरकारें गिर रही है कांग्रेस नेताओं की ऐसी बेफिक्री हैरानी की बात है !!!! चलो भगवान रक्षा करे कांग्रेस की और सद्बुद्धि दे कांग्रेस के ऐसे ज़िम्मेदार नेताओं को !!!
नरेश राघानी
प्रधान संपादक
9829070307
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