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October 12, 2017
बीसलपुर बांध पर पेयजल और सिंचाई के पानी की लगातार निर्भरता बढ़ती जा रही है. बीसलपुर बांध पर बढ़ती निर्भरता और पानी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए राज्य सरकार बांध की ऊंचाई बढ़ाने पर विचार कर रही है. बीसलपुर बांध में पेयजल का रिजर्वेशन बढ़ाने को लेकर पिछले दिनों जलदाय विभाग की ओर से जलसंसाधन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है.
जानकारी के अनुसार बीसलपुर बांध की वर्तमान में ऊंचाई 315.50 मीटर है. जिसमें लाइफ वाटर की कुल क्षमता 24.2 टीएमसी है. इसमें से 16.2 टीएमसी पेयजल और 8 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए रिजर्व है. बांध में पानी का रिजर्वेशन वर्ष 2021 तक के लिए है. बांध से जलदाय विभाग की 14 शहर और 561 गांवों की पेयजल योजनाएं जुड़ी हुई हैं. वर्ष 2021 तक जयपुर-बीसलपुर वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट फेज-2 के पूरा होने के बाद पेयजल योजनाओं के लिए 6.9 टीएमसी पानी की अतिरिक्त आवश्यकता होगी. जिसे पूरा करने के लिए सिंचाई के पानी की कटौती की जाए या फिर बांध में अतिरिक्त पानी की व्यवस्था की जाए इस पर विचार किया जा रहा है.
पेयजल के पानी का रिजर्वेशन बढ़ाने के लिए जलदाय विभाग और जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के बीच बांध की ऊंचाई एक मीटर बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई. बांध की ऊंचाई एक मीटर बढ़ाने के बाद करीब 8.2 टीएमसी पानी का अतिरिक्त स्टोरेज हो सकेगा. बांध की ऊंचाई एक मीटर बढ़ाने की योजना पर करीब 600 से 650 करोड़ रुपए का खर्च होगा. जलसंसाधन विभाग की ओर से जल्द ही बांध की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाया जाएगा.
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