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October 12, 2017
लोकायुक्त जस्टिस एसएस कोठारी ने अधिशासी अभियंता द्वारा ठेकेदार से कमीशन मांगने के मामले को गंभीरता से लेकर स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लिया है. यह मामला सार्वजनिक निर्माण विभाग, जयपुर के सिटी डिवीजन द्वितीय के अधिशासी अभियंता से जुड़ा है.
जानकारी के अनुसार मामले में काम पूरा करने के बाद भी दो माह से एक ठेकेदार दफ्तरों में चक्कर काटने को मजबूर था. इस ठेकेदार को भुगतान के लिए जयपुर सिटी डिवीजन द्वितीय खण्ड के इन्जीनियर तब सहमत हुए जब वह मुख्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठा. मामले में लाकायुक्त ने मुख्य अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग से टिप्पणी सहित विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट तलब की है.
एक अन्य ठेकेदार ने इसी अधिषासी अभियन्ता पर कमीशन नहीं देने पर भुगतान रोके रखने और डीबार करने की धमकी देकर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोप लगाए हैं. यह आरोप विभाग के मंत्री शासन सचिव और मुख्य अभियन्ता को लिखे पत्र में लगाए गए हैं.
इस मामले में संकल्प डवलपर्स के मालिक ने बताया कि उसने डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के पार्किंग बनाने का काम पूरा कर बिल पेश किया, लेकिन अभियन्ता ने उसका 12 लाख रूपए का भुगतान नहीं कर रहे थे. वहीं दूसरे मामले में नरेन्द्र ट्रेडर्स के नरेन्द्र कुमार ने भी विभागीय मंत्री और उच्चाधिकारियों तक पत्र लिखकर उक्त अभियन्ता के खिलाफ मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के साथ सेवा शुल्क मांगने का आरोप लगाया है.
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