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July 24, 2017
नई दिल्ली: 80 के दशक के उत्तरार्द्ध में जमकर चर्चा में रहीं, और 1989 के लोकसभा चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हार की वजह बनीं बोफोर्स तोपें फिर सुर्खियों में आ गई हैं. दुनियाभर में बेहतरीन तोपों के तौर पर जानी जाने वाली और पिछली सदी के अंत में करगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी फौजों के छक्के छुड़ा देने वाली बोफोर्स तोपों के सौदे में दलाली का मुद्दा सोमवार को एक बार फिर संसद में उठाया गया है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के किरीट सोमैया ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाकर इससे जुड़े दलाली के मामले की फिर जांच कराए जाने की मांग की. भारत से हुए इस सौदे में करीब 64 करोड़ रुपये की दलाली के आरोप लगे थे, और इसकी जांच पर एजेंसियां इससे भी कहीं ज़्यादा रकम खर्च कर चुकी हैं.
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