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July 5, 2017
पन्द्रह सौ रुपए हो सकता है बच्चे को स्कूल भेजने का खर्च। बालवाहिनी वाहनों के खिलाफ याताचयात विभाग हुआ सख्त। नहीं चलने देगा गैस किट वाले वाहनों को। 13 से अधिक बच्चे भी नहीं ले जा सकेंगे।
सिटी रिपोर्ट। अजमेर
शहर के अभिभावकों की जेब पर बच्चों को स्कूल भेजने पर होने वाले खर्चें में बढ़ोतरी की मार पड़ सकती है। एक बच्चे को स्कूल भेजने का खर्च 1500 रुपए आ सकता है। ऐसा यातायात पुलिस की बालवाहिनी वाहनो के खिलाफ सख्ती के कारण होता दिख रहा है। पुलिस ने बालवाहिनी वाहनों के खिलाफ नियम विरूद्ध चलाने पर चालान बनाना शुरू कर दिए है। बुधवार को बड़ी संख्या में वाहनो के चालान बनाए गए। यातायात पुलिस ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी हाल में गैस किट वाहनों को बच्चों को लाने ले जाने के काम में इस्तेमाल नहीं होने देगी। इसके साथ ही कोई भी बालवाहिनी संचालक 13 से अधिक बच्चों को भी नहीं ले जा सकता है। यातायात पुलिस की सख्ती के खिलाफ बालवाहिनी संचालकों ने लामबद्ध होकर यातायात डिप्टी से मुलाकत कर नियमों में रियायत की मांग की लेकिन यातायात डिप्टी ने उनकी मांग को मानने से इंकार कर दिया।
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