Post Views 831
July 4, 2017
अजमेर। किसानो की समस्याओं के निस्तारण के लिए किसान महापंचायत बडे आन्दोलन की तैयारी कर रही है। महापंचायत ने घोषणा की है कि आगामी ९ जुलाई को राजस्थान के ४५ हजार गाँव बंद रखे जायेंगे। वही २२ जुलाई को राजस्थान बंद किया जाएगा। यह जानकारी मंगलवार को अजमेर में महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने पत्रकार वार्ता में दी।
किसान महापंचायत का आरोप है कि प्रदेश और केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए किसानो की समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाया और सत्ता में आने के लिए कई वायदे भी किये, लेकिन अब जब सत्ता हाथ में है तो भाजपा उन वायदों से मुकर रही है। किसानो के लिए ऋण मुक्ति और फसल का पूरा दाम की मांग कर रहे किसान महापंचायत संगठन ने ९ जुलाई को ४५ हजार गाँव में बंद का आव्हान किया है। घोषणा की गयी है कि बंद के दौरान न तो कोई ग्रामीण गाँव से बाहर जाएगा और न ही कोई उत्पाद ही गाँव के बाहर जाने दिया जाएगा। ग्रामीण अपने घरो पर काले झंडे लगा कर भाजपा सरकार का विरोध करेंगे। इसी कडी में २२ जुलाई को राजस्थान बंद का आव्हान भी किसान महापंचायत की और से किया जाएगा
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि किसानों की भूमि बैंकों के गिरवी है। किसान को उनकी उपजो की लागत से कम मूल्य प्राप्त होने के कारण किसान ऋण में डूबे, जिसके लिये सरकारी नीतियां ही उत्तरदायी है। इसकी पुष्टि भारत सरकार द्वारा गठित जोला समिति १९८५ तथा किसान कार्यबल २००० से होती है, जिनकी अनंसंशा के अनुसार सरकार किसानों के ऋणो का भार उठाना चाहिये। जाट ने यह भी आरोप लगाया कि केन्द्र द्वारा किसानों की $ऋण मत्ति* से पल्ला झाडना तथा धन्ना सेठों के ऋणों का भार उठाने में उत्साह दिखाना, भेदभाव पूर्ण नीतियों का परिचायक है। ये दोहरे मापदंड किसानोकं के घावों पर नमक छिडकने जैसा है तथा भारतीय संविधान के अनुच्छेद १५ का उल्लघंन है। संविधान की निष्ठापूर्वक पालना करने के लिये ईश्वर और अल्लाह के नाम पर सौंगध खाने वालों को अपनी सौंगंध पूरी कर वर्गों के मध्य असमान व्यवहार को रोकना चाहिये। इस सरकारी खोटी का ही परिणाम है कि ऋण चुकाने की क्षमता समाप्त होने तथा कृषि उपजों के दाम नहीं मिलने के कारण प्रदेश में एक सप्ताह में ही बांरा, झालवाड, भरतपुर के पांच किसानों ने समय पूर्व अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। जिससे उनका घर- परिवार उजडने की स्थिति में आ गया है। इसके पूर्व टोंक जिले में परमेश्वर गुर्जर एवं ६० अन्य परिवार इस $त्रासदी को झेल चुके । किसान महापंचायत को कांग्रेस के पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती ने भी इस आन्दोलन को अपना समर्थन दिया है। बाहेती ने लोगो से बंद को सफल बनाने की अपील की है। इस दौरान आंनदी लाल शर्मा पूर्व सरपंच नरवर किसान नेता, भगवान लाल मौर्य, कन्हैयालाल सियार राजस्थान ऑल शीड्स एसोसिएशन अध्यक्ष समेत कई नेता मौजूद रहे।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved