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June 14, 2017
जयपुर, 14 जून। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि भारत एवं जापान के प्रगाढ़ रिश्तों का फायदा राजस्थान को मिला है। जापान एवं राजस्थान पिछले एक दशक से मिलकर काम कर रहे हैं और यह पार्टनरशिप आने वाले समय में और अधिक मजबूत होगी। इसमें जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (जेट्रो) की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। राजे बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में जेट्रो के प्रतिनिधिमण्डल के साथ बैठक के दौरान सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि हमारे पिछले कार्यकाल में नीमराणा (अलवर) में स्थापित जापानी इन्वेस्टमेंट जोन आज एक रोल मॉडल है जिसका अनुसरण अन्य राज्य भी कर रहे हैं। उन्होंने अपनी सफल जापान यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि जेट्रो द्वारा आयोजित सेमिनार एवं इन्वेस्टर्स मीट के फलस्वरूप राजस्थान में 1700 करोड़ से अधिक का निवेश हाल ही आया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सौर ऊर्जा में निवेश के लिए देश में सर्वाधिक उपयुक्त राज्य बन चुका है। उन्होंने जापानी कम्पनियों को इस क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया। राजे ने कहा कि जेट्रो के प्रतिनिधिमंडल के साथ पिछली बैठक के दौरान ध्यान में लाये गए मुद्दों में से ज्यादातर का समाधान राज्य सरकार ने कर दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राजस्थान सरकार, जेट्रो एवं अन्य जापानी निवेशकों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।जेट्रो के चीफ डायरेक्टर जनरल काजूया नाकाजो ने राजस्थान में निवेश के प्रति अनुकूल माहौल तैयार करने एवं ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में उठाये गये कदमों के लिए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की प्रश्ांसा की। बैठक में जेट्रो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल तकाशी सुचिया, सीनियर इन्वेस्टमेंट एडवाइजर हिरोशी डायकोकु, निप्पोन स्टील के एमडी एवं नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के चेयरमैन तेत्सुया मागातानी, नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के वाईस चेयरमैन ताकायोशी तोकीमुने, नीमराणा इन्वेस्टमेंट जोन के चीफ सेक्रेट्री तुमीहिरो मुराकामी, एसीएस उद्योग राजीव स्वरूप एवं रीको की एमडी मुग्धा सिन्हा भी उपस्थित थी।
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