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June 9, 2017
अजमेर (क्राइम रिपोर्ट) - जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के हालात आज किसी पुलिस छावनी से कम नहीं थे संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में आज सुबह टाटा जेल में बंद दो कुख्यात अपराधियों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच जैसे ही पुलिस का वाहन इन दोनों हार्डकोर अपराधियों को लेकर अस्पताल पहुंचा तो अस्पताल के उस परिसर को खाली करवा दिया गया जहां पर इन्हें परीक्षण करवाना था लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि आज इन दोनों अपराधियों को पुलिस के भारी जाति के बीच में लाया गया लेकिन उनके हाथों में हथकड़ी और कहीं दिखाई नहीं दी जानकारी के मुताबिक टाटा जेल में बंद इरफान और इमामुद्दीन ने जेल प्रशासन के समक्ष अपनी बीमारी का इजहार किया था जिस पर उन्हें यहां लाया गया आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस की पकड़ से छोटा कुख्यात अपराधी आनंदपाल भले ही अभी पुलिस की गिरफ्त से नहीं है लेकिन फिर भी सुरक्षा इंतजामों को लेकर किस तरह की लापरवाही एक बार फिर दिखाई दे रही है इसका जीता जागता उदाहरण आज फिर देखा गया की टाडा जेल में बंद ऐसे कुख्यात अपराधियों को पुलिस का जाब्ता भले ही संख्या बल में ज्यादा रहा हो लेकिन बगैर हथकड़ी के अस्पताल लाया गया सामान्य तौर पर हार्डकोर अपराधियों को यह पुलिस का जाता कड़ी सुरक्षा के पहरे में अधिकारियों के साथ अस्पताल लेकर पहुंचता है लेकिन आज इन दोनों के हाथों में हथकड़ी या नहीं देख मौके पर मौजूद लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया इस मामले को लेकर जब मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कैमरे के सामने बात करने से इंकार कर दिया
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