Post Views 11
December 30, 2025
अजमेर।सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के 814वें उर्स के मौके पर ऑल इंडिया गरीब नवाज कौंसिल और राजस्थान क़ाज़ी कौंसिल सोसाइटी की जानिब से उलेमा-ए-इकराम ने अजमेर शरीफ दरगाह में अकीदत की चादर पेश की। इस अवसर पर सूफियाना कव्वाली के साथ राजस्थान भर के विभिन्न शहरों से आए क़ाज़ियों और उलेमा-ए-इकराम ने चादर का जुलूस निकाला।
जुलूस दरगाह के बुलंद दरवाज़े से शुरू होकर आस्ताना शरीफ तक पहुंचा, जहां “ख्वाजा गरीब नवाज” के नारों से पूरा दरगाह परिसर गूंज उठा। चादरपोशी के बाद दरगाह अंजुमन सैय्यद ज़ादगान की ओर से कौंसिल के तमाम मेम्बर्स को ज़ियारत कराई गई। इसके पश्चात अंजुमन दफ्तर में दस्तारबंदी कर तबर्रुक पेश किया गया।
ज़ियारत के बाद ऑल इंडिया गरीब नवाज कौंसिल के कौमी सदर मोहम्मद हाशिम अशरफी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ख्वाजा साहब के उर्स के अवसर पर 6 और 9 रजब को “यौमे मोहब्बत” मनाने का ऐलान किया गया है तथा इसे कौमी छुट्टी घोषित किए जाने की मांग की गई है। वहीं राजस्थान क़ाज़ी कौंसिल के मौलाना फज़ल हक़ ने कहा कि 9 रजब को हर साल ख्वाजा साहब के उर्स में चादर पेश कर तमाम मज़हबों के अकीदतमंदों के लिए दुआ-ए-खैर की जाती है। चादरपोशी के दौरान मुल्क में अमन-चैन और भाईचारे की खास दुआ की गई।
© Copyright Horizonhind 2025. All rights reserved