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December 23, 2025
अजमेर शरीफ 814वे उर्स मुबारक़ में मुल्क भर से कसीर तादाद में ज़ायरीन का पहुंचना शुरू हो गया है। सुल्तानुल हिन्द अता ऐ रसूल की बारगाह में उर्स के मौके पर हर तरफ नूरानी मंज़र देखने को मिल रहा है। हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्लाह अलैहि की दरगाह में मुल्क भर से आये अक़ीदत मंद सूफ़ियाना कव्वाली और शहनाई बजा कर अपनी हाज़री दे रहे है। इस नूरानी मंज़र के दरमियान सामाइन झूमते हुए नज़र आये। इसी तरह दरगाह शरीफ में उर्स मुबारक़ की रस्मे भी निभाई जा रही है। दरगाह दीवान के नायब सैय्यद नसीरुद्दीन चिश्ती और ख़ुद्दामें ख्वाजा की जानिब से उर्स की शाही महफ़िल और मज़ार मुबारक़ पर ग़ुस्ल की ख़िदमात भी अंजाम दी जा रही है। वही दरगाह के महफ़िल खाना में 4 रजब को होने वाले तसव्वुफ़ के हवाले से कौमी सूफी सेमिनार की तैयारी मुक़म्मल की जा चुकी है। साहिबज़ादा सैय्यद अली हमज़ा चिश्ती के मुताबिक़ इस सेमिनार में हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज की तालीम, तरबीयत और सूफ़ीज़म पर मुल्क भर के ख़ानक़ाहों के सज्जादानशीन रोशनी डालेंगे। उर्स के मोके पर खास ओ आम ज़ायरीन को ख्वाजा साहब की नसीहतों पर आशनाई अमल कराया जाए। अजमेर उर्स के दरमियान 1973 से चले आ रहे इस सेमिनार में देश विदेश के बड़े लीडरान समेत सूफियों ने शिरकत की है। 4 रजब को दरगाह के महफ़िल खाना में होने जा रहे इस सेमिनार में खुसूसी तौर पर पीरी मुरीद को लेकर "मुर्शिदे कामिलीन" किताब का इजरा भी किया जाएगा, जिससे सूफी ख़ानक़ाहों से आम इंसान को जुड़ा जा सकेगा।
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