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December 22, 2025
अजमेर दरगाह में उर्स में प्रधानमंत्री सहित संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों द्वारा चादर चढ़ाने की परंपरा पर रोक लगाने के लिए अजमेर जिला न्यायालय के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई है। सीजेआई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉय माल्या बागची कीअवकाशकालीन पीठ के समक्ष यह याचिका पेश की गई है। इस याचिका पर सुनवाई होती उससे पहले ही
अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्ला अलैह के 814 वें सालाना उर्स में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार की तरफ से चादर पेश कर दी गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भारत सरकार ओर प्रधानमंत्री की चादर लेकर अजमेर पहुंचे।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के अजमेर सर्किट हाउस पहुंचने पर सांसद भागीरथ चौधरी,शहर भाजपा अध्यक्ष रमेश सोनी व अन्य पदाधिकारियों ने उनका माला व बुके देकर भव्य स्वागत किया। इसके बाद किरेन रिजिजू सुरक्षा के बीच दरगाह पहुंचे।केंद्रीय मंत्री ने भारी सुरक्षा के बीच ख़्वाजा साहब के आस्ताने में चादर पेश करने के बाद बुलंद दरवाजे पर मोदी का संदेश पढ़कर सुनाया।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि चादर प्रधानमंत्री ओर भारत सरकार व हम सभी की तरफ से है। पीएम के संदेश के सवाल पर रिजेजू बोले कि मैं खुद आया हूं, मैं जो बोलूंगा वो ही संदेश होगा।
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